साभार: जागरण समाचार
कांग्रेस हाईकमान ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को उनके पदों पर फिलहाल बरकरार रखने के आदेश जारी कर भले ही अपनी तरफ से विवाद शांत कर दिए हैं, लेकिन हरियाणा में ऐसा बिल्कुल नजर नहीं आ रहा है। कांग्रेस
महासचिव जनार्दन द्विवेदी का पत्र जारी होने के बाद अशोक तंवर जहां पार्टी के काम में जुट गए हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने भी अपनी गतिविधियां तेज कर दी हैं। कांग्रेस हाईकमान के परिपत्र के आधार पर तंवर समर्थक अपने नेता को अध्यक्ष मानकर चल रहे, जबकि हुड्डा समर्थक इसे अस्थायी व्यवस्था बताते हुए ताल ठोंके हुए हैं। बहरहाल, कांग्रेस हाईकमान के इस पत्र से हरियाणा में कांग्रेस दिग्गजों का टकराव कम होगा, इसकी संभावना बिल्कुल भी नजर नहीं आ रही है। आइए जानते हैं कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर वर्तमान राजनीतिक स्थिति को कैसे देखते हैं।
पूर्व CM भूपेंद्र हुड्डा से सवाल जवाब:
- कांग्रेस महासचिव ने सभी प्रदेश अध्यक्षों को बरकरार रखा है। यानी तंवर ही अब अगले अध्यक्ष रहेंगे?
ऐसा नहीं है। कांग्रेस हाईकमान ने किसी एक व्यक्ति या एक राज्य के लिए परिपत्र जारी नहीं किया है। यह एक रूटीन परिपत्र है, जिसमें कहा गया है कि जिस राज्य में जो अध्यक्ष काम कर रहा है, वह अगले आदेश तक काम करता रहे। इससे अधिक कुछ नहीं है। बदलाव अभी भी संभव है।
- कांग्रेस के इस परिपत्र को आप कैसे देखते हैं। आपके समर्थक चाहते थे कि आप ही अध्यक्ष बनें?
इस पत्र में साफ लिखा है कि अगले आदेश तक मौजूदा अध्यक्ष काम करते रहेंगे। यानी कोई दूसरा आदेश भी जारी हो सकता है। वैसे भी सभी कांग्रेस नेताओं ने हाईकमान को लिखकर दे रखा है कि वे जैसा फैसला करेंगे, हम सभी को मंजूर है।
- ऐसी चर्चा है कि यह पत्र कांग्रेसियों के लिए कम और राष्ट्रीय चुनाव आयोग में जमा कराने के लिए अधिक है?
बिल्कुल ऐसा ही है। सभी राज्यों में चुनाव प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। राहुल जी अध्यक्ष बन गए। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने की जानकारी चुनाव आयोग में दी जानी थी। यह पत्र अब राष्ट्रीय चुनाव आयोग में जमा कराया जा चुका है। राहुल जी के नेतृत्व में हम सब काम कर रहे हैं।
- तब तो यह मान लिया जाए कि आपके नेतृत्व वाला धड़ा अभी अध्यक्ष पद कब्जाने के लिए सक्रिय रहेगा?
आप पत्रकार हैं। कुछ भी समझ सकते हैं, लेकिन हम सभी पार्टी की मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। हलकेवार कार्यक्रम चल रहे हैं। फरवरी के मध्य में रथयात्र शुरू होगी। हर वर्ग केंद्र व राज्य सरकार से तंग है। कांग्रेस ही उनकी आवाज बनेगी।’
कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर से सवाल जवाब:
- कांग्रेस हाईकमान ने सभी अध्यक्ष बरकरार रख दिए। आप इस पत्र को कैसे देखते हैं?
मुङो खुशी है कि पार्टी हाईकमान ने हमारे अब तक के संगठनात्मक कामकाज पर मुहर लगाई है। अध्यक्ष पद का कोई मुद्दा कभी रहा ही नहीं। मैं हैरान हूं कि कुछ लोगों ने इसे मुद्दा बना लिया। मैं पहले भी अध्यक्ष था और अब हाईकमान ने फिर से मुङो काम करने का मौका दिया है।
- हुड्डा खेमा इस परिपत्र को अस्थायी व्यवस्था के रूप में प्रचारित कर रहा है। इससे तो टकराव बढ़ेगा ही?
हाईकमान के आदेशों को कौन कैसे प्रचारित करता है, यह उसका काम है। हम सिर्फ इतना जानते हैं कि पार्टी हमारे लिए सवरेपरि है। मैं सभी पार्टी नेताओं से हाथ जोड़कर गुटबाजी खत्म करने तथा सिर जोड़कर काम करने की अपील करूंगा। आज कांग्रेस ही सभी दलों का विकल्प है। इसलिए हमें एकजुट होकर जनता की आवाज बननी चाहिए।
- आपके समर्थक आपको अध्यक्ष मानकर खुशी मना रहे। अब अगला कदम क्या होगा आपका?
हम पहले से अधिक उत्साह और ताकत के साथ फील्ड में उतरेंगे। पार्टी नेताओं से कहेंगे कि वे राहुल जी के नेतृत्व को मजबूत करने के लिए एक दूसरे की मदद करें। उन्हें मजबूती दें। कमजोर न करें। सड़कों पर अब हम जनहित में बहुत ही एग्रेसिव नजर आने वाले हैं।
- आप हुड्डा की रथयात्र के जवाब में साइकिल व पदयात्र भी निकालने वाले थे। उसका अब क्या रहेगा?
हमने आज ही फरीदाबाद में विकल्प रैली की है, जो कि पहले से तय थी। 15 से 17 जनवरी तक गुरुग्राम में पार्टी का मंथन शिविर होगा। उसमें अगली रणनीति को अंतिम रूप दिया जाएगा।