साभार: जागरण समाचार
जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन ऑलआउट से आतंकी बौखला गए हैं। साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर को पुलवामा में सीआरपीएफ ट्रेनिंग सेंटर पर हमला करने के बाद जैश के आतंकियों ने नए साल के पहले सप्ताह में सोपोर
की गोल मार्केट में आइईडी (इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) धमाका कर बड़ी वारदात को अंजाम दिया। इसमें एक अधिकारी समेत चार पुलिसकर्मी शहीद हो गए और तीन घायल हो गए। आइईडी दुकान के बाहर फुटपाथ पर लगाई गई थी।
शनिवार को घटना उस समय हुई जब पुलिस टीम अलगाववादियों की ओर से बुलाए बंद के बीच गश्त पर थी। सोपोर कस्बा पूरी तरह बंद था। वाहन भी सड़कों से गायब थे। प्रशासन ने पहले से सुरक्षा-व्यवस्था कड़ी की थी। करीब सवा 10 बजे ड्यूटी दे रहे चार पुलिसकर्मी जोरदार धमाके में शहीद गए। शहीदों की पहचान सहायक सब इंस्पेक्टर इरशाद अहमद, कांस्टेबल मोहम्मद अमीन, कांस्टेबल गुलाम नबी व कांस्टेबल परवेज अहमद के रूप में हुई है। शहीद आइआरपी की तीसरी बटालियन के थे।
धमाके की आवाज इतनी जोरदार थी कि आसपास की इमारतों के शीशे टूट गए। दर्जनों दुकानों के शटर भी उखड़ गए। धमाके के बाद पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। पुलिस व सेना ने क्षेत्र को घेरकर आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है। बताया जाता है कि आइईडी रात को या मध्य रात्रि फुटपाथ पर फिट कर दी गई थी क्योंकि तड़के ही यहां सुरक्षाबलों का जमावड़ा लग जाता है। इसमें ओवर ग्राउंड वर्करों की मदद लेने की आशंका जताई जा रही है।