साभार: भास्कर समाचार
जो इस वर्ष जन्म लेंगे:
- दुनिया की पहली ऐसी पीढ़ी बनेगी जिसकी बायोमेट्रिक पहचान होगी रेकॉर्ड: पहली पीढ़ी जिसकी जन्म के साथ ही विशिष्ट पहचान रेकॉर्ड होगी। एक अप्रैल 2018 से सभी जगह आधार अनिवार्य हो रहा है। 2.6 करोड़ बच्चे जन्म लेते हैं हर साल देश में।
- दुनिया में सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी आधारित होंगे: 2018 में पुष्टि हो जाएगी हमारी ये पीढ़ी दुनिया में सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी आधारित है। हम हर माह 150 करोड़ जीबी डेटा इस्तेमाल कर रहे हैं। अमेरिका-चीन मिलकर इतना नहीं करते।
- मलेरिया का पहला टीका 2018 में, डेंगू का अंतिम चरण में: 2018 में दुनिया का पहला मलेरिया वैक्सीन उपलब्ध हो जाएगा। डेंगू का टीका भी अंतिम चरण में है। चिकनगुनिया का टीका भी क्लिनिकल ट्रायल में है। ये बच्चे इनसे सुरक्षित रहेंगे।
- पीलिया का इलाज घर पर ही हो सकेगा: भारतीय इंजीनियरों ने पोर्टेबल फोटोथेरेपी डिवाइस बनाई है। एफडीए अप्रूव कर चुका है। 2018 में लॉन्च होगी। भारत में निर्माता कंपनियों से बात चल रही है। 60% बच्चों को जन्म के समय ही पीलिया रहता है।
- जीन थेरेपी जन्मजात बीमारियां भी खत्म करेगी: एक से दूसरी पीढ़ी में बीमारियां पहुंचने से रोकने की शुरुआत होगी। मैसाचुसेट्स की कंपनी जीन एडिटिंग को मनुष्यों पर अपनाने जा रही है। 2018 में लाइसेंस मिलेगा। अमेरिका में जीन थेरेपी से इलाज इस साल शुरू हो जाएगा। इससे जन्मजात दृष्टिहीन देख सकेंगे। ब्रिटेन में यूनिवर्सल फ्लू वैक्सीन का इंसानों पर परीक्षण शुरू हो गया है। यह निर्णायक दौर में जा चुका है।
जो इस वर्ष 18 के होंगे:
- ये होंगे 10 साल की महामंदी के बाद वयस्क: ये भाग्यशाली युवा तब वयस्क हो रहे हैं, जब महामंदी के 10 साल बाद पहली बार सभी बड़ी अर्थव्यवस्थाएं बढ़ रही हैं। ये विश्व के एक तिहाई देशों के साथ तरक्की का खुशनुमा माहौल देखेंगे। यह पहला साल होगा जब कोई आर्थिक संकट दूर तक नजर नहीं रहा है।
- 52% ज्यादा युवा ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे इस साल: 2018 में करीब 52 फीसदी ज्यादा बच्चे ऑनलाइन पढ़ाई करेंगे। 2021 तक तो 96 लाख लोग पेड ऑनलाइन एजुकेशन लेने लगेंगे। 2016 की तुलना मेंं यह आंकड़ा छह गुना ज्यादा है। देश में ऑनलाइन कोर्सेज़ भी लगातार बढ़ रहे हैं।
- युवा खिलाड़ियों को मिलेंगे 5-5 लाख: 2018 में खेलो इंडिया की शुरुआत होगी। आधारभूत ढांचे पर खर्च करने की बजाय अब पहली बार 1000 प्रतिभावान युवा खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से पांच-पांच लाख रुपए देने का प्रावधान होगा।
- जेईई एडवांस पूरी तरह से ऑनलाइन: इस साल से जेईई एडवांस की परीक्षाएं पूरी तरह ऑनलाइन होंगी। आईआईटी में लड़कियों को 14% आरक्षण भी मिलेगा। वहीं आईआईएम से पढ़ने वाले छात्रों को इस साल से डिप्लोमा के स्थान पर डिग्री मिलेगी।
- पूरा वर्ष आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का, फेस रिकग्निशन बढ़ेगा: इस वर्ष रही नई टेक्नोलॉजी से बोलकर मैसेज टाइप करना 100% सटीक हो जाएगा। यह बातचीत को भी ट्रांसलेट कर सकेगा। सुरक्षा, बैंकिंग, गैजेट्स, वैरिफिकेशन आदि में फेस रिकग्निशन टेक्नोलॉजी बढ़ेगी। स्ट्रीमिंग : 2018 में वीडियो स्ट्रीमिंग में एमेजॉन, नेटफ्लिक्स जैसी बड़ी कंपनियां भारत के लिए हिंदी और क्षेत्रीय भाषा के कंटेंट बढ़ाएंगी। देश में अभी कुल 16 करोड़ से ज्यादा दर्शक हैं जो ऐसे एप यूज करते हैं।
जो इस वर्ष 60 के होंगे:
- 3 गुना हो सकता है बुजुर्गों का भत्ता: बुजुर्गों को उनके बच्चों से मिलने वाला भत्ता 10 हजार रुपए से बढ़ाकर 30 हजार प्रतिमाह हो सकता है। इससे उन बुजुर्गों को फायदा मिलेगा जिनके बच्चे अलग रहते हैं, या उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ चुके हैं।
- 3 लाख कर छूट सीमा इस बार बढ़ सकती है: इस वर्ष के बजट में 60 से 80 वर्ष की उम्र के बुजुर्गों के लिए कर छूट सीमा मौजूदा 3 लाख रुपए से बढ़ाने की मांग कई संगठनों ने की है।
- सस्ती डिवाइस मिलेगी, इलाज सस्ता होगा: इस साल सरकार दवाएं जरूरी डिवाइस के दाम कम करने की तैयारी में है। दूसरी तरफ सीरिंज और नीडल के प्राइस भी 50 फीसदी तक कम होने की बात चल रही है।
- 5जी भी इसी साल शुरू होगा: दुनिया 5जी के दौर में जाएगी। दक्षिण कोरिया फरवरी 2018 में विंटर ओलिंपिक के दौरान पहली बार 5जी नेटवर्क उपलब्ध कराने जा रहा है। भारत में इसी वर्ष पहली बार इसकी टेस्टिंग होने जा रही है।