साभार: जागरण समाचार
रियो ओलंपिक खेलों में कुश्ती में कांस्य पदक जीतने वाली हरियाणा की बेटी साक्षी मलिक को अभी नौकरी भले ही न मिल पाई हो, लेकिन प्रदेश सरकार ने उनके नाम पर कॉलेज का नामकरण कर दिया है। हरियाणा सरकार
ने रोहतक जिले के मोखरा गांव स्थित राजकीय महाविद्यालय का नाम बदल कर साक्षी मलिक राजकीय कन्या महाविद्यालय मोखरा करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मंजूरी के बाद हरियाणा के शिक्षा विभाग ने यह आदेश जारी किए हैं। नए साल के पहले दिन राज्य सरकार ने साक्षी मलिक को यह सम्मान दिया है।
पद्मश्री सम्मान से नवाजी जा चुकी साक्षी मलिक के नाम पर कालेज का नामकरण हरियाणा सरकार की बेटियों को प्रोत्साहित करने की नीति का हिस्सा है। कांस्य पदक जीतने के बाद प्रदेश सरकार ने साक्षी के लिए निर्धारित करीब ढाई करोड़ रुपये देने का एलान किया था।
साक्षी मलिक की नौकरी को लेकर अभी भी विवाद बरकरार है। एमडीयू रोहतक में उन्हें खेल निदेशक का पद ऑफर किया गया, लेकिन साक्षी मलिक चाहती हैं कि उन्हें प्रदेश के खेल विभाग में अतिरिक्त निदेशक का पद दिया जाए। उनकी नौकरी का विवाद विधानसभा में भी उठ चुका है। साक्षी मलिक पिछले साल खेल विभाग के चाय के 4.11 लाख रुपये के बिल विवाद में भी सुर्खियों में रह चुकी हैं।
खेल विभाग ने मंत्री अनिल विज को 4.11 लाख का बिल भेज दिया था। मंत्री ने इस बिल की फाइल को रिजेक्ट कर दिया था। यह चाय पानी का कार्यक्रम का आयोजन तीन सितंबर 2016 को रोहतक के सर छोटूराम स्टेडियम में आयोजित किया गया था। विज ने इस बात पर हैरानी जताई थी कि इस कार्यक्रम को सरकारी कैसे घोषित कर दिया गया था, जबकि साक्षी मलिक की माता का कहना है कि यह कार्यक्रम सरकारी ही था।