साल 2016-17 के बजट में आयकर कानून के तहत बचत और निवेश पर मिलने वाली कर छूट की सीमा बढ़ सकती है। कर विशेषज्ञों के मुताबिक अभी सरकार का फोकस कॉरपोरेट टैक्स पर ज्यादा है। फिर भी 80सी, 80डी, एचआरए, बच्चों की पढ़ाई पर मिलने वाली टैक्स छूट की सीमा बढ़ा सकती है। होम लोन के ब्याज पर
छूट की सीमा भी बढ़ाई जा सकती है, जो अभी दो लाख रुपए है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। अभी 80सी में छूट की सीमा 1.5 लाख रु. है। इसमें जीवन बीमा प्रीमियम, पीपीएफ, एनएससी, यूलिप, ईएलएसएस, एफडी, ट्यूशन फीस, होम लोन ईएमआई में मूलधन शामिल हैं। बजट में बचत के लिए नए प्रोडक्ट का भी ऐलान हो सकता है। नया प्रोडक्ट लाने या बचत की सीमा बढ़ाने से सरकार को दो फायदे होंगे। एक तो टैक्स कमाई कुछ खास कम नहीं होगी, दूसरे लोगों की बचत के पैसे का इस्तेमाल वह निवेश बढ़ाने के रूप में कर सकेगी।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.