Saturday, February 27, 2016

सियासी बाण: आंदोलन को सुनियोजित षड़यंत्र बता रहे सत्ता और विपक्ष

जाट आंदोलन के दौरान हुए उपद्रव और बिगड़े हालात पर राजनीतिक दल एक दूसरे के निशाने पर हैं। सत्तारूढ़ भाजपा जहां इन दंगों को सुनियोजित मान रही है, वहीं कांग्रेस ने प्रदेश के हालात बिगाड़ने में भाजपा और इनेलो की मिलीभगत के आरोप लगाए हैं। प्रमुख विपक्षी दल इनेलो ने इन दंगों के लिए
सरकार की नाकामी को दोषी ठहराते हुए कांग्रेस पर भी गंभीर आरोप जड़े हैं, जबकि हजकां ने कहा कि दंगों में राजनीतिक दलों की भूमिका की जांच होनी चाहिए। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। 
कर्ण सिंह दलाल, पूर्व मंत्री एवं पलवल से कांग्रेस विधायक ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि भाजपा व आरएसएस ने इनेलो के साथ मिलकर हरियाणा में जातिगत दंगे करवाए। पीएम नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की शह पर हरियाणा को केवल इसलिए जलने के लिए छोड़ दिया गया क्योंकि इन दंगों का फायदा भाजपा उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में उठाना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रो. वीरेंद्र सिंह को साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। यह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को बदनाम करने की साजिश है। दंगा-फसाद पूरी प्लानिंग के साथ करवाया गया। दंगों की जांच सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से करवाई जानी चाहिए। दलाल ने आइपीएस अधिकारी बीके सिन्हा की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए।
कुलदीप शर्मा, विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक ने कहा कि हिंसा के लिए आरएसएस जिम्मेदार है। उन्होंने कहा कि इनेलो व भाजपा ने मिलकर हरियाणा में तांडव करवाया। ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ा रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी कम से कम 5000 करोड़ रुपये का मुआवजा हरियाणा के लिए घोषित करें। दो हजार करोड़ तुरंत जारी किए जाएं। कुलदीप ने कहा कि दंगा-फसाद कराने में सरकार के कुछ मंत्री भी शामिल रहे हैं। ये मंत्री सीएम मनोहर लाल को फेल साबित करना चाहते थे और उनकी नजरें सीएम की कुर्सी पर लगी थीं। सीएम की बीमारी पर चुटकी लेते हुए कुलदीप ने कहा कि वे दो-तीन दिन से बीमार हैं। रोहतक में उनका जैसा स्वागत हुआ, वह बीमारी उसी वजह से है। 
कुलदीप बिश्नोई, हरियाणा जनहित कांग्रेस (बी एल) के अध्यक्ष एवं विधायक आदमपुर कहते हैं कि कुछ राजनीतिक लोगों ने अपने स्वार्थ के लिए राज्य में देश के सबसे बड़े जातीय दंगे करवाने की साजिश रची। हिंसा, आगजनी, तोड़फोड़ के कारण आम जनमानस को भारी जान-माल का नुकसान पहुंचा। भाजपा सरकार आंदोलन को काबू करने में पूरी तरह से असफल सिद्ध हुई। सरकार का पूरा खुफिया विभाग जहां फेल साबित हुआ, वहीं पुलिस एवं प्रशासनिक अधिकारियों की कार्यप्रणाली में भेदभाव स्पष्ट नजर आया। ऐसी स्थिति में केन्द्र सरकार को राज्य में हालात सामान्य करने के लिए दखल देना चाहिए था। उन्होंने पूछा कि कांग्रेस, इनेलो व भाजपा नेताओं अब वे किस मुंह से लोगों के बीच जाएंगे।
अभय सिंह चौटाला, विपक्ष के नेता ने कहा कि राज्य को अपना दूसरा घर बताने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अब तबाही के बाद चुप क्यों हैं। लोगों की अरबों रुपये की संपत्ति राख हो गई, अनेक कीमती जानें गई और हजारों घर उजड़ गए लेकिन मोदी ने एक शब्द नहीं बोला। चौटाला ने कहा कि हिंसक आंदोलन के लिए कांग्रेस के साथ-साथ प्रदेश की भाजपा सरकार जिम्मेदार है। मुरथल में हुए कथित गैंग रेप की घटना की उच्वस्तरीय निष्पक्ष जांच करवा दोषियों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
राज्यमंत्री अनिल विज बोले, राजनीतिक दल ने दी थी दंगा करने की ट्रेनिंग। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का कहना है कि राज्य में दंगा सुनियोजित ढंग से कराया गया है। इसके पीछे राजनीतिक दल की साजिश है। हर जिले में योजनाबद्ध ढंग से दंगे हुए हैं। ऐसा लगता है कि जिस तरह से दंगे हुए, उनकी प्रवृत्ति एक जैसी थी। पहले तोड़फोड़, फिर लूट और फिर आगजनी और मौतें। अनिल विज के अनुसार हमें यह कहने में कोई संकोच नहीं नहीं कि दंगा कराने से पहले दंगा करने की पूरे प्लानिंग के साथ ट्रेनिंग दी गई थी। सरकार इसमें राजनीतिक दलों के नेताओं की भूमिका की जांच कर रही है। अनिल विज ने कहा कि राज्य सरकार मामले की सच्चाई सामने लाएगी और दंगा कराने वालों को बेनकाब करेगी।
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साभारजागरण समाचार 
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