Saturday, February 27, 2016

मुरथल काण्ड: पुलिस को नहीं मिले सबूत, या शायद ढूंढे ही नहीं गए

राष्ट्रीय राजमार्ग पर मुरथल (सोनीपत) के निकट दस महिलाओं के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म की खबरों पर फजीहत होने के बाद सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है। दो सीनियर अधिकारियों देवेंद्र सिंह और परमजीत अहलावत की सरसरी जांच पर अंगुली उठते ही सरकार बचाव की मुद्रा में है और सरकार ने तीन
सीनियर महिला पुलिस अधिकारियों की टीम गठित कर दी है। यह टीम सोनीपत में तैनात रहकर दिन रात काम करेगी और मामले के सुबूत जुटाएगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। खबरें आ रही हैं कि उपद्रवियों ने महिलाओं को गाड़ियों से उतारकर उनके साथ दुष्कर्म किए। पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट ने इस घटना पर संज्ञान लेते हुए न केवल सरकार को फटकार लगाई बल्कि सीजेएम से पूरे घटनाक्रम पर सीलबंद रिपोर्ट मांग ली है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के निर्देश पर गृह सचिव पीके दास और डीजीपी यशपाल सिंघल ने डीआइजी डॉ. राजश्री सिंह के नेतृत्व में महिला अधिकारियों की टीम गठित की है, जिसमें डीएसपी भारती डबास और डीएसपी सुरेंद्र कौर को भी शामिल किया गया है। सुरेंद्र कौर महिला हाकी टीम की कप्तान रह चुकी हैं। डीजीपी ने तीनों महिला अधिकारियों के मोबाइल नंबर सार्वजनिक किए हैं ताकि घटना के प्रत्यक्षदर्शी और पीड़ित सीधे उनसे संपर्क कर सकें।
डीआइजी डॉ. राजश्री (9729995000), भारती डबास (8053882302) तथा सुरेंद्र कौर (9729990760) अगले आदेशों तक 24 घंटे इन नंबरों पर रहेंगी।
घटना के बारे में किसी प्रकार की सूचना, आडियो या वीडियो रिकाìडग अथवा अन्य सबूत इन तीनों महिला अधिकारियों में से किसी को भी सौंपे जा सकते हैं। पुलिस सूचना देने वालों और पीड़ित महिलाओं का नाम गुप्त रखेगी।
डीजीपी ने कहा कि सरकार ने सामूहिक दुष्कर्म की सूचनाओं को बड़ी गंभीरता से लिया है। सीएम मनोहर लाल ने पुलिस को आदेश दिए हैं कि इस मामले की तह तक जाया जाए ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा सके। सोनीपत के सीजेएम को भी इस बारे में बंद लिफाफे में जानकारी दी जा सकती है। डीजीपी के मुताबिक हाईकोर्ट के निर्देश पर हरियाणा स्टेट लीगल सर्विस अथॉरिटी ने एक टोल फ्री नंबर 18001802057 जारी किया है। इस नंबर पर भी किसी तरह की सूचना दी जा सकती है। छुट्टी वाले दिन भी यह नंबर काम करेगा। अथॉरिटी की वेबसाइट एचएसएलएसए डॉट एनआइसी डॉट इन पर भी इस मामले में सूचना दी जा सकती है।
देवेंद्र सिंह और परमजीत अहलावत की रिपोर्ट से सरकार संतुष्ट नहीं: सोनीपत में तैनात रहे सीनियर आइएएस देवेंद्र सिंह और आइपीएस परमजीत अहलावत की जांच रिपोर्ट खारिज हो गई है। गृह सचिव पीके दास ने कहा कि जो अधिकारी गए थे उन्होंने सरसरी जांच की थी। वहां मौजूद लोगों से बात करने के बाद रिपोर्ट दी। हो सकता है कि वे लोग उस समय वहां मौजूद नहीं हों, जो इस घटना के प्रत्यक्षदर्शी रहे हों। इसलिए सरकार मामले की तह में जाएगी।
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साभारजागरण समाचार 

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