Monday, February 29, 2016

मुरथल कांड: ट्रक चालकों ने बदले अपने बयान, एक और महिला ने लगाए गैंगरेप के आरोप

मुरथल में 21 फरवरी की रात कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले एक और कड़ी जुड़ गई है। जांच के लिए डीआईजी के नेतृत्व में बनाई गई टीम के सामने रविवार को एक महिला पेश हुई और खुद के साथ 22-23 फरवरी की रात हाइवे किनारे सामूहिक दुष्कर्म होने का आरोप लगाया। महिला के बयानों के आधार पर सात नामजद आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। आरोपियों में महिला का देवर भी शामिल है। देर शाम मजिस्ट्रेट के सामने पीड़िता के बयान भी दर्ज कराए गए हैं। उधर 21 फरवरी की रात वाले घटनाक्रम की गुत्थी अभी अनसुलझी ही है। शनिवार को मीडिया के सामने महिलाओं के साथ बदतमीजी और कपड़े फाड़ने की घटना देखने का दावा करने वाले तीन ट्रक चालकों को रविवार को अदालत में पेश किया गया, जहां वे अपने बयानों से मुकर गए।
डीएसपी सुरेंद्र कौर ने बताया कि शिकायतकर्ता गन्नौर क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली है, जोकि फिलहाल नरेला में किराए पर रहती है। बकौल शिकायकर्ता वह अपनी 15 साल की बेटी के साथ हरिद्वार गई थी। वापस आते समय उसकी बस खराब हो गई थी तो उसने वैन ले ली थी। वैन में 6-7 अन्य महिलाएं भी बैठी थी। मुरथल के पास एक बड़ी सी बिल्डिंग के सामने इनकी वैन पर कुछ लड़कों ने हमला कर दिया। वैन के शीशे तोड़े और इसके बाद वैन में बैठी औरतों को बाहर निकालकर उठा कर ले जाने लगे। सात-आठ युवक उसे भी उठाकर ले गए। इन युवकों ने उसके साथ गैंगरेप किया। उसने इन युवकों को पहचान लिया और युवकों ने भी उसे पहचान लिया। इस पर दुष्कर्मियों ने उसकी बेटी को छोड़ दिया, हालांकि तब तक उसके कपड़े फाड़ दिए थे। शिकायकर्ता के अनुसार बाद में आरोपी उसे नरेला तक भी छोड़ कर आए। एक आरोपी को शिकायकर्ता ने अपना देवर बताया है।
कल 11 बजे आया था फोन, आज थी चंडीगढ़: डीआईजी राजश्री ने पत्रकारवार्ता के दौरान बताया कि इस महिला का शनिवार को 11 बजे के करीब फोन आया था और उसने बताया था कि वह कुछ बताना चाहती है, लेकिन मिलकर। इसके बाद इस महिला को रविवार को बुलाया गया था। डीआईजी खुद डीएसपी भारती के साथ एडवोकेट उत्सव से मिलने के लिए चंडीगढ़ गई थीं। डीएसपी सुरेंद्र कौर को सोनीपत ही छोड़ा गया था। बताया गया कि रविवार को दोपहर के समय शिकायकर्ता सोनीपत पहुंची और अपने बयान दिए।
अदालत में बयानों से मुकरे ट्रक चालक: मीडिया के सामने महिलाओं के साथ बदतमीजी और कपड़े फाड़ने की घटना आंखों से देखने का दावा करने वाले तीन ट्रक चालकों निरंजन, सुखविंद्र, यादवेंद्र को रविवार को अदालत में पेश किया गया। वे अपने बयानों से मुकर गए। ट्रक चालकों ने शनिवार देर शाम पुलिस के सामने भी ये ही बयान दिए थे कि उन्होंने कुछ नहीं देखा। जांच अधिकारी डॉ. राजश्री का कहना है कि एक महिला सामने आई है। हालांकि इसका थोड़ा फैमिली डिस्पयूट लगता है। फिर भी अगर और कोई पीड़ित है तो सामने आए। हम सब चाहते हैं कि सच्चाई सामने आए। अगर कोई पीड़ित है तो उसे डरने की जरूरत नहीं है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: अमर उजाला समाचार 
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