Wednesday, February 24, 2016

सीएम ऑफिस में मंगलवार को हुआ मंत्रियोंं का 'ड्रामा'

हरियाणा सरकार की कैबिनेट बैठक के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दफ्तर में करीब एक घंटे तक हाई-प्रोफाइल ड्रामा होता रहा। गैर जाट मंत्रियों ने जाट मंत्रियों को मुख्यमंत्री के सामने खूब खरी-खरी सुनाई। महिला एवं बाल विकास मंत्री कविता जैन तो अपने इलाके की बर्बादी पर रोने लगीं। स्वास्थ्य मंत्री अनिल
विज ने जाट आंदोलन के लिए कांग्रेस व इनेलो के साथ अपनी ही पार्टी के नेताओं को भी कठघरे में खड़ा कर दिया। इस पर सीएम आफिस में बवाल मच गया। जाट मंत्री भी अपने समाज के साथ खड़े नजर आए। उन्होंने स्थिति की नाजुकता समझते हुए पलटवार करने से परहेज ही रखा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। चंडीगढ़ सचिवालय की चौथी मंजिल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दफ्तर में सोमवार को हुई मंत्रियों के बीच इस बहसबाजी में खुलकर एक दूसरे की धज्जियां उड़ाई गई। कैबिनेट मीटिंग में मुख्यमंत्री मनोहर लाल समेत मात्र छह मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा, अनिल विज, कृष्णलाल पंवार, कृष्ण कुमार बेदी और कर्ण देव कांबोज मौजूद थे। बैठक में प्रस्ताव आया कि दंगों में मारे गए लोगों को 10 लाख रुपये मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए तभी कैबिनेट के पास सूचना आई कि अभी सोनीपत समेत विभिन्न जिलों में दंगे जारी हैं। फिलहाल मुआवजे व नौकरी के फैसले को कुछ दिनों के लिए टाल दिया जाए। कैबिनेट मीटिंग के बाद शिक्षा मंत्री प्रो. रामबिलास ने जानकारी दी कि मुआवजे व नौकरी देने का फैसला लिया जा चुका है। तभी ओमप्रकाश धनखड़ ने ट्वीट कर शर्मा की इस जानकारी पर मुहर लगा दी। टीवी पर खबर फ्लैश होते ही विज तैश में आ गए और उन्होंने शर्मा से इस जानकारी के बारे में पूछा। शर्मा ने उन्हें बताया कि मुख्यमंत्री ने इसका एलान करने के लिए कहा है।
सीएम दफ्तर के सूत्रों के अनुसार गुस्से से भरे विज तुरंत सीएम आफिस गए। वहां धनखड़ और कैप्टन अभिमन्यु पहले से बैठे थे। इतने में कविता जैन भी सीएम आफिस पहुंच गई। विज के साथ रामबिलास, पंवार, बेदी और कांबोज भी सीएम के पास गए। विज ने जब कैबिनेट के फैसले के बिना मुआवजे के बारे में पूछा तो सीएम ने एक मंत्री की तरफ इशारा कर दिया। इस बात पर भड़के विज ने जोरदार आवाज में कहना शुरू कर दिया कि दो मंत्रियों ने पूरी कैबिनेट और सरकार को कब्जे में ले लिया है। ऐसा कतई नहीं होने दिया जाएगा। सूत्रों के अनुसार एक मंत्री ने कहा कि प्रोफेसर का आडियो जारी होने के तुरंत बाद उन्हें गिरफ्तार किया जाना चाहिए था। विज ने तो यहां तक कह दिया कि सरकार के लोगों की शह के बिना किसी की इतनी हिम्मत नहीं कि कोई दंगा कर जाए। इस बात पर सीएम आफिस में फिर हंगामा हो गया और जिन पर अंगुली उठाई जा रही थी, उन्होंने कहा कि यह उचित नहीं है।
कविता जैन ने रोते हुए कहा कि व्यापारियों व आम लोगों का जो नुकसान हुआ है, उसकी भरपाई की जानी चाहिए। विज के साथ कुछ मंत्रियों तक ने यह पेशकश कर डाली कि यदि न्याय नहीं होता है तो वे इस्तीफे देने को तैयार हैं। विज ने इस्तीफा दे भी दिया था।
सीएम से अलग बातचीत के बाद विज का गुस्सा शांत हुआ। बाद में दो मंत्रियों ने कहा कि यह वक्त राजनीति का नहीं बल्कि शांति व साथ बनाकर चलने का है। राजनीति के लिए तो वक्त पड़ा है।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.