पान में सुपारी का स्वाद सभी को लुभाता है। भारतीय लोग सालों से सुपारी का उपयोग पान के एक मसाले के रूप में और माउथ फ्रेशनर के रूप में करते आ रहे
हैं। सामाजिक, सांस्कृतिक और धार्मिक अवसरों पर इसकी एक खास जगह रही है।
सुपारी को पूजन सामग्री के रूप में भी उपयोग लाया जाता है। सुपारी आयुर्वेद
में कई पेट के रोगों जैसे गैस, सूजन, कब्ज, पेट के कीड़े आदि में बहुत
उपयोगी है। सुपारी में कार्बोहाइड्रेट, फैट और प्रोटीन के साथ ही मिनरल्स भी मौजूद
होते हैं। साथ ही, टैनिन, गैलिक एसिड और लिगनिन भी पाए जाते हैं। सुपारी
की इसी उपयोगिता को ध्यान में रखते हुए चलिए आज जानते हैं सुपारी का उपयोग
बीमारियों के उपचार में किस तरह किया जा सकता है:
दांतों को चमकाने के लिए: 3 सुपारी भून लें। फिर भूनी हुई सुपारियों
को पीसकर पाउडर बना लें। इस पाउडर
में नींबू रस की करीब 5 बूंदें डाल
लीजिए और करीब 1 ग्राम काला नमक भी मिला लें। रोज दिन में दो बार इस मिश्रण
से अपने दांतों की सफाई करें, एक सप्ताह में दांत चमकने लगेंगे।
डायबिटीज: डायबिटीज के कारण कई लोगों को
बार-बार मुंह सूखने की समस्या होती है। यदि आपके साथ भी यह समस्या है तो जब
भी मुंह सूखे एक सुपारी का टुकड़ा मुंह में रखें। ऐसे लोगों को इस स्थिति
से बचने के लिए सुपारी बहुत मदद करती हैं, क्योंकि इसे चबाने से बड़ी
मात्रा में सलाइवा निकलती है।
दांतों को सड़न से बचाए: सुपारी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके कारण इसका इस्तेमाल दांतों की सड़न को रोकने के लिए मंजन के रूप में किया जाता है। दांतों में कीड़ा लगने पर सुपारी को जलाकर उसका पाउडर
दांतों को सड़न से बचाए: सुपारी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। इसके कारण इसका इस्तेमाल दांतों की सड़न को रोकने के लिए मंजन के रूप में किया जाता है। दांतों में कीड़ा लगने पर सुपारी को जलाकर उसका पाउडर
बना लें। इससे रोजाना मंजन करें, फायदा होगा।
स्किजोफ्रेनिया: स्किजोफ्रेनिया एक तरह की दिमागी
बीमारी है। इस बीमारी के लक्षणों को सुपारी के सेवन से कम किया जा सकता है।
एक ताजा रिसर्च के अनुसार, इस बीमारी में जो रोगी सुपारी का सेवन करते
हैं, उनके लक्षणों में सुधार होता है।हाई ब्लडप्रेशर: सुपारी खाने से हाई ब्लडप्रेशर नियंत्रित रहता है। एक रिसर्च में ये बात सामने आई है कि सुपारी में मौजूद टैनिन नामक तत्व एंजियोटेनसिन हाई ब्लडप्रेशर के कंट्रोल में उपयोगी हैं।
डिप्रेशन: सुपारी खाने से तंत्रिका तंत्र उत्तेजित होता
है। इसके अलावा, सुपारी पर हुए एक रिसर्च से भी यह बात सामने आई कि इसे
चबाने से तनाव महसूस नहीं होता है।
एंटीऑक्सीडेंट: सुपारी में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होते हैं, जो
विषैले पदार्थों और फ्री रैडिकल्स को बाहर निकालने में मदद करते हैं। इससे
हमारा शरीर रोगों से बचा रहता है।
घाव भर देती है: सुपारी का काढ़ा बनाकर घाव पर लगाएं। इसके बारीक चूर्ण को लगाने से भी खून बहना बंद हो जाता है। कुछ ही देर में घाव भरने लगता है।
स्किन प्रॉब्लम्स: सुपारी स्किन प्रॉब्लम्स को दूर करने
में बहुत मददगार होती है। दाद, खाज, खुजली और चकत्ते होने पर सुपारी को
पानी के साथ घिसकर लेप करने से फायदा होता है। बहुत ज्यादा खुजली होने पर
सुपारी की राख को तिल के तेल में मिलाकर लगाने से लाभ होता है।
Post
published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: डीबी समाचार
For getting Job-alerts and Education News, join our
Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE