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published at www.nareshjangra.blogspot.comबहुत कम सुधार हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2011 में 14 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। लेकिन भारत उन 17 अन्य देशों में शामिल है जहां पिछले दशक में स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। यूनेस्को की महानिदेशक इरिना बोकोवा ने एक बयान में कहा कि स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या कम करने को लेकर पर्याप्त प्रगति नहीं हुई है। उनके मुताबिक इससे इस आशंका की पुष्टि होती है कि 2015 तक सार्वभौमिक रूप से प्राथमिक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा। पाकिस्तान में 2012 में 54 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। 2012 में ही इंडोनेशिया में 13 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। उनका कहना है कि अनपढ़ बच्चों की सबसे अधिक तादाद अफ्रीकी देशों में है। यहां 12 से 15 साल के तीन करोड़ बच्चों ने स्कूलों की शक्ल तक नहीं देखी है। वर्ष 2012 में यहां किशोरावस्था के करोड़ों छात्र शिक्षा से वंचित रहे।
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साभार: जागरण समाचार
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