Saturday, June 28, 2014

चिंता का सबब: भारत के 14 लाख बच्चे अब भी स्कूल से बाहर



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भारत में अब भी करीब 14 लाख बच्चे स्कूलों से वंचित हैं। वह किसी न किसी कारण से या तो पढ़ने स्कूल नहीं जा पाते या उन्हें गरीबी के कारण पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ती है। इसके अलावा पाकिस्तान में 50 लाख से अधिक और इंडोनेशिया में 10 लाख से अधिक बच्चे स्कूल से बाहर हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) की रिपोर्ट के मुताबिक विश्व भर में छह से 11 वर्ष के अशिक्षित बच्चों की संख्या 5.8 करोड़ है। इस स्थिति में 2007 के बाद से
बहुत कम सुधार हुआ है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में 2011 में 14 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। लेकिन भारत उन 17 अन्य देशों में शामिल है जहां पिछले दशक में स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या में कमी आई है। यूनेस्को की महानिदेशक इरिना बोकोवा ने एक बयान में कहा कि स्कूल से बाहर रहने वाले बच्चों की संख्या कम करने को लेकर पर्याप्त प्रगति नहीं हुई है। उनके मुताबिक इससे इस आशंका की पुष्टि होती है कि 2015 तक सार्वभौमिक रूप से प्राथमिक शिक्षा के लक्ष्य को प्राप्त नहीं किया जा सकेगा। पाकिस्तान में 2012 में 54 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। 2012 में ही इंडोनेशिया में 13 लाख बच्चे स्कूल से बाहर थे। उनका कहना है कि अनपढ़ बच्चों की सबसे अधिक तादाद अफ्रीकी देशों में है। यहां 12 से 15 साल के तीन करोड़ बच्चों ने स्कूलों की शक्ल तक नहीं देखी है। वर्ष 2012 में यहां किशोरावस्था के करोड़ों छात्र शिक्षा से वंचित रहे।

साभार: जागरण समाचार
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