Saturday, June 28, 2014

वृक्षासन: भूल जाने की बीमारी का आसान इलाज

जिन लोगों को बार-बार भूलने की समस्या होती है, उन्हें दूसरे जतन करने की बजाए योगासन का अभ्यास करना चाहिए। वृक्षासन एक ऐसा ही आसन है जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही याददाश्त भी मजबूत बनाता है। इस आसन से जांघ, शरीर का निचला हिस्सा, पैर और कंधे मजबूत होते हैं और एकाग्रता बढ़ती है। बहुत अधिक तनाव की स्थिति में इसका अभ्यास मन शांत करने में मदद करता है और शरीर का लचीलापन बढ़ता है।
वृक्षासन करने की विधि: आसन का अभ्यास करते समय एक पैर को मोड़कर दूसरे पैर को जमीन पर दृढ़ता से रखें। एक पैर पर खड़े रहकर हाथों को सिर के ऊपर लाना होता है। यदि इस अवस्था में संतुलन बनाना कठिन हो तो जो पैर जमीन पर हो उस
पर शरीर को संतुलित करने की कोशिश करनी चाहिए। इस समय महसूस करना चाहिए कि आपका जो पैर जमीन से लगा है। वह जड़ है और वह गहराई से जमीन में स्थित है जिस पर वृक्ष के समान शरीर टिका हुआ है। सामने की ओर ध्यान केन्द्रित करके किसी विशेष बिन्दु पर दृष्टि को स्थापित करना चाहिए। सहज रूप से सांस लेते और छोड़ते रहना चाहिए।
आसन करने की चरणबद्ध प्रक्रिया: 
  1. सीधा तनकर खड़े हो जाइए।
  2. शरीर का भार बाएं पैर पर डालिए और दांए पैर को मोडि़ए।
  3. दाएं पैर के तलवे को घुटनों के ऊपर ले जाकर बाएं पैर से लगाइए।
  4. दोनों हथेलियों को पार्थना मुद्रा में छाती के पास लाइए।
  5. अपने दाएं पैर के तलवे से बाएं पैर को दबाइए।
  6. बाएं पैर के तलवे को जमीन की ओर दबाइए।
  7. सांस लेते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाइए।
  8. सिर को सीधा रखिए और सामने की ओर देखिए।
  9. इस मुद्रा में 15 से 30 सेकेण्ड तक बने रहिए।
  10. अब सामान्य अवस्था में आ जाएं और इस आसन को दूसरे पैर से दोहराएं।
  11. दोनों तरफ इस मुद्रा को 2 से 5 बार दुहराइए।
सावधानियां:
  • गर्भावस्था के दौरान इस आसन को न करें।
  • सिरदर्द या नींद से जुड़ी समस्या है तो इसे न करें।
  • ब्लड प्रेशर के मरीजों के लिए यह आसन नहीं है।


साभार: भास्कर समाचार
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