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साभार: दैनिक भास्कर समाचार
भारतीय संस्कृति में नदियों का काफी महत्व रहा है। वैसे देखा जाए तो
हर सभ्यता के विकास का मार्ग नदियों ने ही प्रशस्त किया है। दुनिया की बड़ी
नदियों में से एक है गंगा नदी, जिसे भारत में बहुत ही पवित्र और आस्था के
प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि गंगा नदी भले
ही देश की सबसे बड़ी नदी हो, लेकिन लम्बाई के आधार पर दुनिया के 10 सबसे
बड़ी नदियों में इसका नाम नहीं आता है। गंगा विश्व की सबसे लम्बी नदियों की सूची में 2620 किलोमीटर की लम्बाई के साथ 34वें स्थान पर है। गोदावरी भारत की दूसरी सबसे लम्बी नदी है जो विश्व में 94वें स्थान पर आती है। इसके बाद 103वें व 104वें स्थान पर क्रमशः सतलुज व यमुना आती हैं। आइए आज जानते हैं विश्व की सबसे लम्बी 10 नदियों के विषय में:- नील नदी: दुनिया की सबसे लम्बी नदी नॉर्थ ईस्ट अफ्रीका में बहने वाली नील नदी है। नील नदी की लम्बाई 6650 किलोमीटर यानि कि 4132 माइल है। नील नदी अफ्रीका की सबसे बड़ी झील विक्टोरिया से निकलकर विस्तृत सहारा मरुस्थल के पूर्वी भाग को पार करती हुई उत्तर में भूमध्यसागर में उतर पड़ती है। यह भूमध्य रेखा के निकट भारी वर्षा वाले क्षेत्रों से निकलकर दक्षिण से उत्तर क्रमशः युगाण्डा, इथियोपिया, सूडान एवं मिस्र से होकर बहते हुए काफी लंबी घाटी बनाती है।
- अमेजन नदी: दक्षिणी अमेरिका में बहने वाली अमेजन नदी दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी नदी है। इसकी लम्बाई 6400 किलोमीटर यानि कि 4000 माइल है। आयतन (लम्बाई-चौड़ाई) के हिसाब से यह विश्व की सबसे बड़ी नदी है, लेकिन अगर सिर्फ लम्बाई के हिसाब से बात करें तो दूसरी। यह ब्राजील, पेरु, बोलविया, कोलंबिया तथा इक्वेडोर से होकर बहती है। यह पेरु के एंडीज पर्वतमाला से निकलकर पूर्व की ओर बहती है और अटलांटिक महासागर में मिलती है। इस नदी पर एक भी पुल नहीं है।
- यांग्त्जी नदी: यांग्त्जी नदी एशिया की सबसे बड़ी तथा दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी नदी है, जो चीन में बहती है। इसकी लम्बाई 6300 किलोमीटर यानि कि 3917 माइल है। चीन ने सबसे घनी आबादी वाले शहर वुहान के दो हिस्सों को आपस में जोड़ने के लिए यांग्त्जी नदी के आरपार मेट्रो रेल लाइन का निर्माण भी कर दिया है। इस रेल लाइन की शुरुआत दो साल पहले हुई थी। यांग्त्जी नदी को चीन में चेन जियांग के नाम से भी जाना जाता है। यह नदी किंघाई तिब्बत पठार से निकलकर दक्षिण-पश्चिम चीन, मध्य चीन तथा पूर्वी चीन से होते हुए शंघाई में पूर्वी चीन के समुद्दी हिस्से में समाहित हो जाती है।
- मिसिसिपी-मिसौरी: मिसिससिपी-मिसौरी नदी लम्बाई के आधार पर अमेरिका की सबसे बड़ी तथा दुनिया की चौथी सबसे बड़ी नदी है। इसकी लम्बाई 6275 किलोमीटर (3902 माइल) है। मिसिसिपी नदी के स्रोत को आम रूप से इटास्का झील को माना जाता है, लेकिन मिसिसिपी तंत्र का सबसे दूरस्थ स्रोत जेफरसन नदी है। जेफरसन नदी मिसौरी नदी की सहायक नदी है, जिस तरह मिसौरी नदी मिसिसिपी की सहायक है। जब मिसिसिपी की लम्बाई को इस मुहाने से लेकर सर्वाधिक दूर के इस स्रोत तक मापा जाता है तो इसे मिसिसिपी-मिसौरी-जेफरसन कहा जाता है।
- येनिसे-अंगारा-सेलेंगा: येनिसे-अंगारा-सेलेंगा नदी दुनिया की पांचवी सबसे लम्बी नदी है, जो रूस में बहती है। इस नदी की लम्बाई 5539 किलोमीटर यानि कि 3445 माइल है। ये तीन नदियां हैं, जो एक दूसरे से जुड़ती चली जाती हैं। इस नदी का उद्गम मंगोलिया के मध्य भाग से होता है और रूस के कई क्षेत्रों से बहते हुए ये नदी आर्कटिक महासागर में मिल जाती है।
- ब्रह्मपुत्र (यलो) नदी: ब्रह्मपुत्र (यलो) नदी मध्य और दक्षिण एशिया की प्रमुख नदी है, जो दुनिया की छठवीं सबसे लम्बी नदी है। इसकी लम्बाई 5464 किलोमीटर यानि कि 3398 माइल है। यह चीन, तिब्बत, भारत तथा बांग्लादेश से होकर बहती है। ब्रह्मपुत्र का उद्गम तिब्बत के दक्षिण में मानसरोवर के निकट चेमायुंग दुंग नामक हिमवाह से हुआ है। इसका नाम चीन में या-लू-त्सांग-पू चियांग (यलो) तिब्बत में सांपो, अरुणाचल में डिहं तथा असम में ब्रह्मपुत्र है। यह नदी बांग्लादेश की सीमा में जमुना के नाम से दक्षिण में बहती हुई गंगा की मूल शाखा पद्मा के साथ मिलकर बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है। यह दुनिया की सबसे गहरी नदी है।
- ओब-इरटिस नदी: ओब-इरटिस नदी या ओबी नदी उत्तरी एशिया के पश्चिमी साइबेरिया क्षेत्र की एक नदी है और दुनिया की सातवीं सबसे लम्बी नदी है। येनिसेय नदी और लेना नदी के साथ यह आर्कटिक सागर में बहने वाली तीसरी महान साइबेरियाई नदी मानी जाती है। ओब नदी की शुरुआत रूस के अल्ताई क्राय प्रदेश के बियस्क शहर से 26 किमी दक्षिण-पश्चिम में बिया नदी और कतुन नदी के संगम से होती है। इस नदी की लम्बाई 5410 किलोमीटर (3364 माइल) है।
- पराना नदी: पराना नदी, दक्षिण मध्य अमेरिका में बहने वाली एक नदी है। यह ब्राजील, पैराग्वे और अर्जेंटीना में बहते हुए 4,880 किलोमीटर (3,030 मील) का सफ़र तय करती है। दक्षिण अमेरिका में बहने वाली नदियों में अमेज़न नदी के बाद यह दूसरी सबसे बड़ी नदी है। पराना नदी के नाम का अर्थ है 'समुद्र जैसी विशाल'। पहले यह पैराग्वे नदी में मिलती है और फिर और नीचे गिरते हुए उरुग्वे नदी में मिल जाती है और रिओ दे ला प्लाता नदी के मुहाने का निर्माण करते हुए अटलांटिक समुद्र में मिल जाती है।
- कांगो नदी: कांगो नदी जिसे जेयरे नदी के नाम से भी जाना जाता है अफ्रीका की एक प्रमुख नदी है। 4700 किलोमीटर (2922 माइल) की दूरी तय करने वाली यह नदी पश्चिम मध्य अफ्रीका की सबसे विशाल और नील नदी के बाद अफ्रीका की सबसे लम्बी नदी है। नदी अपने मुहाने पर सात मील चौड़ा रूपधारण कर समुद्र में गिरती है। यह समुद्र में प्रति सेकेंड 20 लाख घन फुट कीचड़ युक्त पानी गिराती है जो संपूर्ण मिसिसिपि के औसत तक चौगुना है। इसका कीचड़ युक्त पानी समुद्री किनारे से 100 मील दूर तक तथा 4,000 फुट की गहराई तक समुद्री जल से अलग रूप में स्पष्ट दिखाई देता है।
- अमूर-अर्गुन नदी: अमूर नदी दुनिया की 9वीं सब से लम्बी नदी है। यह नदी रूस के सूदूर पूर्वी क्षेत्रों और पूर्वोत्तरी चीन के दरमियान अंतरराष्ट्रीय सीमा भी है। रूस और चीन के बीच जमीन के लिए जो झड़पें 17वीं शताब्दी में आरम्भ हुई और 20वीं शताब्दी तक चलीं, उनमें अमूर नदी की अहम भूमिका थी। अमूर नदी पश्चिमी मंचूरिया की पहाड़ियों में शिल्का नदी और अर्गुन नदी के मिलाप से 303 मीटर की ऊंचाई पर जन्म लेती है। इसकी लम्बाई 4444 किलोमीटर यानि कि 2763 माइल है।
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