Sunday, February 14, 2016

जेएनयू देशद्रोह मामला: पूर्व सैनिकों ने जताया विरोध, कहा डिग्री वापस ले लो

जेएनयू में देश विरोधी नारेबाजी के खिलाफ पूर्व सैनिकों ने आवाज उठाई है। नेशनल डिफेंस अकादमी (एनडीए) से पास हुए 54वें बैच के अधिकारियों ने कुलपति जगदीश कुमार को चिट्ठी लिखकर कहा है कि अगर ऐसी ही हरकत जारी रही तो वो अपनी डिग्री लौटा देंगे। वहीं दूसरी तरफ अन्य रेजिमेंट के कई और पूर्व अधिकारियों ने इसे लेकर एतराज जताते हुए कहा है कि बर्फ और सीमा पर देश के लिए जान देने वाले सैनिक राष्ट्र द्रोही गतिविधियां बर्दाश्त नहीं कर सकते। राष्ट्रीय रक्षा अकादमी के पूर्व सैनिकों ने कुलपति को लिखी चिट्ठी में कैंपस को राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का केंद्र करार दिया है। 1978 में पास हुए इन सैनिकों ने लिखा है कि हमें खुद को जेएनयू से जुड़ा होने में दिक्कत हो रही है क्योंकि अब ये कैंपस राष्ट्र विरोधी गतिविधियों का अड्डा बन गया है। वहीं दूसरी रेजीमेंट के पूर्व सैन्य अधिकारी विंग कमांडर डॉ अक्षय भल्ला ने अमर उजाला से कहा कि देशभर के सैनिक राष्ट्र विरोधी गतिविधियां बर्दाश्त नहीं कर सकते। सरकार को इनके खिलाफ और सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं कर्नल अशोक लीखा कहते है कि बर्फ और सीमा पर बैठकर जवान देश की सुरक्षा कर रहे हैं और दिल्ली में इतने बड़े विश्वविद्यालय में पढ़ रहे ये छात्र देश तोड़ने की बात कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों को हनुमंथप्पा से सबक लेने की याद दिलाई। यूनाइटेड फ्रंट ऑफ एक्स सर्विसमैन के सदस्य विंग कमांडर पी सी अग्रवाल ने कहा कि जेएनयू छात्रों ने जो किया वह आतंकवाद से भी ज्यादा क्रूर है। इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
एनडीए कैडेट को मिली हुई है जेएनयू से डिग्री: उल्लेखनीय कि 1975 से हर साल करीब पांच सौ एनडीए के कैडेट को जेएनयू बैचलर ऑफ ऑर्ट्स यानी बीए की डिग्री देता है। डिग्री लौटाने की बात करने वाले इस 54वें बैच के करीब 250 कैडट को जेएनयू की डिग्री मिली हुई है। इस बैच के कई अफसर फिलहाल सेना के तीनों अंगो में वरिष्ठ पदों पर तैनात है और कई रिटायर हो चुके हैं। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: अमर उजाला समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.