साभार: जागरण समाचार
कांग्रेस हाईकमान हरियाणा में अभी तक भले ही प्रदेश नेतृत्व का फैसला नहीं कर पाया है, लेकिन लोकसभा चुनाव में टिकट के तलबगारों ने दिल्ली दरबार की भागदौड़ आरंभ कर दी है। हाईकमान इस बार प्रदेश के
अधिकतर दिग्गजों को लोकसभा चुनाव लड़वाने की तैयारी में है। इसे दिग्गजों की प्रतिष्ठा से जोड़कर देखा जा रहा है। इन दिग्गजों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर और पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा भी शामिल हैं।
गुटों में बंटे वरिष्ठ नेताओं की होगी लोकसभा चुनाव में परीक्षा: पिछले चार साल में हरियाणा कांग्रेस के तीन प्रभारी बदल चुके हैैं, मगर नेतृत्व का फैसला नहीं हुआ है। हरियाणा के कांग्रेसियों को आपस में लड़ता छोड़ हाईकमान ने अब लोकसभा चुनाव में उनके राजनीतिक वजूद की परीक्षा लेने का अच्छा मौका ढूंढ निकाला है। हाईकमान पहली पंक्ति के तमाम दिग्गजों को चुनाव लड़वाने की तैयारी में है, ताकि भाजपा को दमदार तरीके से चुनौती दी जा सके।
हुड्डा, सैलजा, नवीन जिंदल, कुलदीप बिश्नोई,अशोक तंवर, किरण चौधरी और कैप्टन अजय के नाम चर्चा में: हरियाणा के दस साल तक मुख्यमंत्री रह चुके भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा, पूर्व सांसद नवीन जिंदल, पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई, प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर, पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव, मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी व उनकी बेटी श्रुति चौधरी के अलग-अलग लोकसभा सीटों से चुनाव लड़नेकी संभावना जताई जा रही है। जींद उपचुनाव में ताल ठोंक चुके रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम भी उछाला जा रहा है, लेकिन उनके लड़ने की संभावना कम है।
अंबाला और सिरसा लोकसभा सीटें ऐसी हैैं, जहां पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा और मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष डाॅ. अशोक तंवर के नाम चल रहे हैैं। कुरुक्षेत्र से नवीन जिंदल के फिर चुनाव लड़ने की चर्चा है, मगर रणदीप सिंह सुरजेवाला का नाम भी आगे बढ़ाया जा रहा है। हिसार सीट पर पूर्व सांसद कुलदीप बिश्नोई टिकट के दावेदार हैैं, मगर वह अपने बेटे भव्य बिश्नोई के नाम की पैरवी कर रहे हैैं। वैसे कुलदीप के भाजपा से भी संपर्क साधने की चर्चाएं हैं। हिसार से यहां प्रो. संपत सिंह भी मजबूत दावेदारों में शामिल हैैं।
कुलदीप बिश्नोई अपने बेटे भव्य के लिए पिता भजनलाल की परंपरागत सीट करनाल से भी दावेदारी जता रहे हैैं, जबकि पूर्व उप मुख्यमंत्री चंद्रमोहन बिश्नोई भी यहां से टिकट के दावेदार हैैं। पूर्व सांसद डाॅ. अरविंद शर्मा और पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा भी टिकट की कोशिश में हैैं। तंवर यहां से अपनी पत्नी अवंतिका माकन तंवर के लिए कोशिश कर रहे हैैं। यदि किसी पंजाबी को टिकट दी जाती है तो पूर्व राज्यसभा सदस्य शादीलाल बत्रा, बुल्ले शाह और तरुण भंडारी के नाम आगे बढ़ाए जा रहे हैैं।
रोहतक से मौजूदा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा की टिकट पक्की है। जैसी चर्चाएं हैैं, यदि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा को सोनीपत लोकसभा सीट से चुनाव लड़ने के लिए कहा जा सकता है तो रोहतक से पूर्व राज्यसभा सदस्य शादीलाल बत्रा भी कांग्रेस के उम्मीदवार हो सकते हैैं। सोनीपत से कुलदीप शर्मा, जगबीर मलिक और पहलवान योगेश्वर दत्त भी टिकट के दावेदारों में शामिल हैैं। योगेश्वर भाजपा में भी टिकट के लिए प्रयास कर रहे हैैं।
फरीदाबाद लोकसभा सीट पर सबसे अधिक मारामारी है। यहां विभिन्न दलों में रह चुके अवतार सिंह भड़ाना, करतार सिंह भड़ाना, मौजूदा कांग्रेस विधायक ललित नागर, कर्ण सिंह दलाल और महेंद्रप्रताप सिंह टिकट के दावेदारों में शामिल हैैं। यहां ललित नागर और दलाल में कड़ी टक्कर है। गुरुग्राम से पूर्व सिंचाई मंत्री कैप्टन अजय यादव, पूर्व सीपीएस राव दान सिंह और पूर्व परिवहन मंत्री आफताब अहमद टिकट मांग रहे हैैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व सांसद श्रुति चौधरी का टिकट तय है, लेकिन कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चौधरी को हाईकमान यहां से ताल ठोंकने के लिए कह सकता है। श्रुति चौधरी कांग्रेस नेत्री किरण चौधरी की बेटी हैैं।