साभार: जागरण समाचार
तापमान की तरह ही देश का सियासी पारा भी चढ़ने लगा है। शनिवार को भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की मैराथन बैठक नौ घंटे से अधिक समय तक हुई। इसमें पार्टी के लोकसभा प्रत्याशियों की पहली सूची को मंजूरी
दी जाएगी। इस सूची में अधिकांश प्रत्याशी 11 अप्रैल को होने वाले पहले चरण के चुनाव क्षेत्रों के हो सकते हैं। शनिवार देर रात ट्र, असम, उत्तराखंड, त्रिपुरा, अरुणांचल प्रदेश, तेलंगाना के उम्मीदवारों की चर्चा पूरी हुई।
भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति में भाग लेने के लिए शनिवार शाम को पीएम नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली, एमपी के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रीजजू पहुंचे।
सूत्रों के अनुसार पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद, पूर्वी चंपारण से राधा मोहन सिंह, आरा से आरके सिंह, पश्चिमी चंपारण से संजय जायसवाल, नागपुर से नितिन गडकरी, किरीट सौमैया को मुंबई नार्थ ईस्ट से, मुंबई सेंट्रल से पूनम महाजन उम्मीदवार होंगी।
याद रहे, 543 लोस सीटों के लिए सात चरणों में 11 अप्रैल से 19 मई तक मतदान होने वाला है। मतगणना 23 मई को होगी। आंध्र व तेलंगाना की सभी 42 सीटों पर पहले चरण में 11 अप्रैल को वोट पड़ेंगे, जबकि उप्र, बिहार, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, ओडिशा व असम की भी कुछ सीटों पर इसी दिन मतदान होगा।
कई चेहरे बदले जा सकते हैं: प्रधानमंत्री मोदी सत्ता विरोधी प्रभाव से निपटने के लिए अक्सर कई प्रत्याशियों को बदल देते हैं। ऐसे में मौजूदा सांसदों के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। प्रत्याशी बनाने के लिए पार्टी ने कई तरह का फीडबैक मंगाया है। जहां जनता की राय ली गई है वहीं सांसदों से भी उनके द्वारा कराए गए कार्यो का ब्योरा मांगा गया है।