साभार: जागरण समाचार
करनाल और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीटों पर टिकट की दावेदारी कर रहे शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा संगठन से नाराज चल रहे हैं। इसका कारण पार्टी का वह संकेत है कि राज्य के किसी कैबिनेट
मंत्री को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा। भाजपा राज्य में कैबिनेट मंत्रियों की बजाय तीन राज्य मंत्रियों पर दांव खेलने की तैयारी में है।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने शनिवार को इशारा किया था कि किसी कैबिनेट मंत्री को चुनाव नहीं लड़वाया जाएगा। कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ और वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु हालांकि खुद ही लोकसभा चुनाव नहीं लड़ने का संकेत दे चुके हैं, लेकिन सुभाष बराला के बयान से उन कैबिनेट मंत्रियों में खलबली मच गई, जो लोकसभा चुनाव लड़ने का इरादा रखते हैं। इनमें पहला नंबर शिक्षा एवं संसदीय कार्य मंत्री प्रो. रामबिलास शर्मा का है।
रामबिलास शर्मा करनाल और भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीटों से टिकट के प्रबल दावेदारों में शामिल हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने पार्टी के रुख पर तीखी प्रतिक्रिया सामने आने के बाद हालांकि सोमवार को स्पष्ट किया कि कोई भी नेता चुनाव लड़ सकता है, लेकिन उनके इस बयान को सिर्फ रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। भाजपा पूरी तरह से मन बना चुकी कि किसी कैबिनेट मंत्री को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा, लेकिन राज्य मंत्रियों पर जरूर दांव लगाया जा सकता है। रोहतक में कांग्रेस सांसद दीपेंद्र हुड्डा से टकराने के लिए भाजपा पंजाबी नेता एवं सहकारिता राज्य मंत्री मनीष ग्रोवर पर दांव खेल सकती है। यही स्थिति कुरुक्षेत्र में है। यहां श्रम एवं रोजगार राज्य मंत्री नायब सिंह सैनी पर दांव खेला जा सकता है। नायब सिंह मुख्यमंत्री की पसंद हैं। हालांकि कुरुक्षेत्र में लाडवा के विधायक डा. पवन सैनी, भाजपा के किसान नेता धर्मवीर डागर और धूमन सिंह किरमिच भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं।
तीसरे राज्य मंत्री कृष्ण कुमार बेदी कोसिरसा सुरक्षित सीट से चुनाव लड़ाने की चर्चा है। यहां कांग्रेस से डा. अशोक तंवर ताल ठोंकेंगे। सिरसा को इनेलो सुप्रीमो ओमप्रकाश चौटाला व विधायक दल के नेता अभय चौटाला का गढ़ माना जाता है। सिरसा में भाजपा हालांकि सुनीता दुग्गल और वी कामराजा के नाम पर भी चर्चा कर रही है, लेकिन भाजपा को ऐसे उम्मीदवार की तलाश है, जो तंवर के साथ-साथ चौटाला परिवार को कड़ी टक्कर दे सके। बेदी विधानसभा में कई बार चौटाला से सीधे टकराव ले चुके हैं।