साभार: जागरण समाचार
किसानों की मेहनत पर आफत बनकर टूटी आग का तांडव दूसरे दिन भी जारी रहा। रविवार को सोनीपत में 165 एकड़ सहित प्रदेश में कुल 365 एकड़ में गेहूं की फसल राख हो गई। इसके अलावा हजारों एकड़ में फाने जल
गए। सोनीपत के गांव बड़ौता में गेहूं काट रही एक महिला आग की लपटों के बीच फंस गई और झुलसने से उसकी मौत हो गई। साथ में फसल काट रहा महिला का पति व उसके तीन बच्चे बाल-बाल बच गए।
सोनीपत में रविवार दोपहर करीब साढ़े बारह बजे गढ़ी सराय नामदार खां, बड़ौता, न्यात, ककाना व खेड़ी दमकन के खेतों में गेहूं की फसल व फांनों में आग लग गई। इस दौरान गांव बड़ौता निवासी सेवाराम अपनी पत्नी मीना (38) के साथ गेहूं की फसल की कटाई कर रहा था। साथ में उनके बच्चे साहिल, मंजीत व बॉबी भी थे। जब आग उनके खेत तक पहुंची तो दंपती बच्चों को उठाकर भागने लगा। इसी बीच मीना ठोकर लगने से गिर पड़ी और जब तक खड़ी होती तब तक आग ने उसे अपनी चपेट में ले लिया। मीना बुरी तरह से झुलस गई। सेवाराम तीनों बच्चों को खाली खेत में ले पहुंचा, जिससे उनकी जान बच गई। बाद में मीना को गांव खानपुर कलां स्थित बीपीएस अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। आग के चलते बड़ौता सहित क्षेत्र के छह गांवों में करीब 90 एकड़ में गेहूं की फसल और 600 एकड़ में फांस जल गए। एक साथ कई जगह आग लगने से फायर ब्रिगेड की टीमें भी समय रहते स्थिति पर नियंत्रण नहीं कर पाईं। गांव धनाना में भी आग से करीब 65 एकड़ में गेहूं की फसल और 150 एकड़ में फांस जल गए। गांव लड़सौली में खेतों में करीब 10 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल व नौ एकड़ फांस जलकर राख हो गई।
इसी तरह चरखी दादरी में दो स्थानों पर 39 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। फतेहाबाद में सात एकड़ में फसल के साथ ही 86 एकड़ में फाने राख हो गए। हिसार के नारनौंद में छह एकड़, भिवानी के तोशाम में दो एकड़ में फसल जल गई। वहीं रोहतक के गांव भैणी चंद्रपाल में 30 एकड़ में फाने राख हो गए। झज्जर के बहादुरगढ़ में भी 80 एकड़ में फसल राख हो गई। जींद के सफीदों व नरवाना कस्बे में करीब 14 एकड़ गेहूं की फसल और 600 एकड़ में फाने खाक हो गए। ब्राह्मणवास गांव में बने हैफेड के गोदाम में भी गेहूं से भरे हजारों बैग जल गए।
कैथल जिले में कुल 13 जगहों पर आग लगने की घटनाएं सामने आईं। शहर की विस्तार मंडी में रखे गेहूं के 100 से अधिक कट्टे जल गए। इसके अलावा मटोर, हरिपुरा, रामगढ़ और जडौला गांव में करीब 200 एकड़ गेहूं के फाने खाक हो गए। कुरुक्षेत्र के थानेसर, इस्माईलाबाद और शाहाबाद में लगभग 800 एकड़ फाने और 30 एकड़ गेहूं की फसल जल गई। यमुनानगर में 110 एकड़ फाने आग की चपेट में आ गए। पानीपत के कुराड़ गांव में 21 एकड़ गेहूं की फसल और आधा दर्जन अन्य गांवों में करीब 600 एकड़ फाने आग की भेंट चढ़ गए।