साभार: जागरण समाचार
10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में फेल होने वाले बच्चों के लिए बड़ी राहत भरी खबर है। अब उन्हें निराश होने या साल खराब होने को लेकर ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यदि उनमें पढ़ने और पास होने की ललक है,
तो उनके पास अपना साल गंवाए बगैर ही इन परीक्षाओं में पास होने का एक मौका है। रिजल्ट आने के तीस दिन के भीतर ऐसे छात्रों को NIOS (राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान) सेंटर जाकर या फिर वेबसाइट पर आनलाइन आवेदन करना होगा।
एनआइओएस के मुताबिक उन्होंने ऐसे सभी छात्रों को निराशा से बचाने और अपनी गलती को ठीक करने का एक मौका उपलब्ध कराया है। इसके तहत वह रिजल्ट आने के तीस दिन के भीतर एनआइओएस सेंटर के जरिए आवेदन कर सकते हैं। इस दौरान छात्रों को एक खास सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है। उन्हें सिर्फ फेल विषयों की ही परीक्षा देनी होगी यानी यदि बारहवीं के पांच विषयों में सभी विषयों में फेल हैं, तो सभी विषयों की परीक्षा देनी होगी, लेकिन यदि इनमें से सिर्फ दो विषयों में ही फेल हैं, तो उन दो विषयों के साथ कोई एक और विषय रखना होगा यानी परीक्षा में फेल विषयों के साथ न्यूनतम तीन विषय रखने जरूरी होंगे। इस पूरी प्रक्रिया में फेल छात्रों के अंकों को जांच के बाद ट्रांसफर की भी व्यवस्था है।
तेलंगाना, दिल्ली सहित कई राज्यों में छेड़ा विशेष अभियान: एनआइओएस इस बीच तेलंगाना, दिल्ली सहित कई राज्यों में विशेष अभियान छेड़ने की तैयारी में है। यह पहल तब की जा रही है, जब कई राज्यों के बोर्ड के रिजल्ट आ चुके हैं। जिसमें बड़ी संख्या में बच्चे फेल हुए हैं। खासकर तेलंगाना में स्थिति सबसे गंभीर है जहां 12वीं के बोर्ड में करीब साढ़े नौ लाख बच्चों में करीब सवा तीन लाख बच्चे फेल हो गए हैं। इसके चलते दर्जनों बच्चों के आत्महत्या करने या उसकी कोशिश करने की भी खबरें हैं। इसी तरह दिल्ली सरकार के स्कूलों में अभी नौवीं और 11वीं के छात्रों को लेकर भी ऐसी ही पहल शुरू की गई है। एनआइओएस के चेयरमैन प्रोफेसर सीबी शर्मा के मुताबिक 45 दिन के भीतर ऐसे छात्रों की दोबारा परीक्षा आयोजित कर उनके रिजल्ट घोषित कर दिए जाएंगे।