Friday, April 26, 2019

भर्ती के नाम पर फर्जीवाड़ा: 36 लाख ले फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाए

साभार: जागरण समाचार  
रेलवे में नौकरी दिलाने का झांसा देकर लोको पायलट ने सात युवकों से 36 लाख रुपये हड़प लिए। आरोपित ने पीड़ितों को टीसीआर और रेल डाक सेवा के फर्जी ज्वाइनिंग लेटर भी दे दिए। फर्जीवाड़े का पर्दाफाश होने पर
आरोपित फरार हो गया। पुलिस ने इस मामले में केस दर्ज किया है। 
रामबीर कालोनी निवासी कर्णजीत ने शहर पुलिस को बताया कि उसके पिता हरभजन सिंह रेलवे में गार्ड थे। उनके साथ पटना निवासी राहुल कुमार लोको पायलट था। वर्ष 2018 में उसने बताया कि उसके रेलवे भर्ती बोर्ड के उच्च अधिकारियों से अच्छे संबंध है और ग्रुप सी की नौकरियों में उनके बच्चों का चयन करा सकता है। हरभजन सिंह उसके झांसे में आ गए और कर्णजीत को टीसीआर व बेटी सुखदीप कौर को रेल डाक सेवा के अलावा पांच अन्य रिश्तेदारों को नौकरी दिलाने के लिए 36 लाख रुपये राहुल कुमार को दे दिए। आरोपित ने सभी के कागजात ले लिए और जल्द ही नौकरी दिलाने की बात कही। आरोपित पिछले एक साल से कभी डीआरएम के छुट्टी पर जाने और जल्द ही मेडिकल कराने की बात कहता आ रहा था। जब उन्होंने दबाव डाला तो आरोपित ने सभी के ज्वाइनिंग लेटर दे दिए, लेकिन लेटर पर किसी भी अधिकारी के हस्ताक्षर और मुहर नहीं थी।
इस बारे में पूछा तो उसने कहा कि यह कंप्यूटराइज ज्वाइनिंग लेटर है और इस पर हस्ताक्षर की जरूरत नहीं है। मगर जांच में ये ज्वाइनिंग लेटर फर्जी मिले। आरोपित राहुल कुमार से बात की तो उसने गुमराह कर दिया और उसके बाद यहां से फरार हो गया। इसके बाद पीड़ित एसएसपी अश्वनी शैणवी से मिले और आरोपित के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। आरोपित राहुल कुमार फिलहाल झारखंड में कार्यरत है। पुलिस ने शिकायत राहुल कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। जांच अधिकारी एसआइ धर्मपाल ने बताया कि आरोपित की तलाश की जा रही है।
नौ साल साथ रहने के कारण आ गया झांसे में: हरभजन सिंह ने बताया कि आरोपित राहुल कुमार लोको पायलट होने के साथ नौ साल से उसके साथ ड्यूटी करता था। उसके साथ आने-जाने से पहचान हो गई। राहुल कुमार इसी दौरान अपने परिवार को ले आया और शहर के हकीकतनगर में मकान लेकर रहने लगा। कई वर्ष से साथ रहने के कारण वह उसके झांसे में आ गया।
15 लोगों से कर रखी है ठगी: हरभजन सिंह ने बताया कि आरोपित राहुल कुमार ने उसके साथ ही नहीं, बल्कि करीब 15 लोगों के साथ फर्जीवाड़ा किया हुआ है। हरभजन सिंह ने बताया कि रेलवे से खलासी से सेवानिवृत्त कर्मचारी ने तो अपने बेटे को नौकरी दिलाने के लिए अपना मकान बेचकर आरोपित को पैसे दे दिए और उसके बाद वह अंबाला में किराये के मकान में रहने लगा। आरोपित राहुल कुमार उसके भी पैसे हड़प गया।