Sunday, April 28, 2019

अपनी चप्पल के बगल में सलीम का जूता देख भड़के दुष्यंत: चुनाव आयोग को दी शिकायत, जानिए क्या है मामला

साभार: जागरण समाचार  
जननायक जनता पार्टी (जेजीपी) के प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला को चुनाव चिन्ह जूता ने चिंता में डाल दिया है। हिसार लोकसभा सीट से निर्दलीय प्रत्याशी सलीम दीन को जूता चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ है जबकि दुष्यंत की
पार्टी का चुनाव चिन्ह चप्पलें है। चिंता की वजह यह है कि ये दोनों चुनाव चिन्ह ईवीएम की बैलेट यूनिट में अगल-बगल में होंगे। हिसार लोकसभा सीट से 24 प्रत्याशी मैदान में हैं। यानी मतदान केंद्र में ईवीएम की दो बैलेट यूनिट लगेगी। एक बैलेट यूनिट में 16 प्रत्याशियों के नाम दर्ज होते हैं। हिसार संसदीय निर्वाचन क्षेत्र के रिटनिर्ंग अधिकारी की तरफ जारी सूची में दुष्यंत का 8वें नंबर पर है। दूसरी तरफ जूता चुनाव चिन्ह वाले प्रत्याशी सलीम दीन 24वें नंबर पर है। अगर इसी Rम से दो बैलेट यूनिट लगेंगी तो सलीम का चुनाव चिन्ह भी दूसरी यूनिट में 8वें नंबर पर होगा। ये दोनों बैलेट यूनिट अगल-बगल में रखे होने की स्थिति में दुष्यंत को अपने वोट कटने का डर सता रहा है। हिसार लोकसभा सीट के लिए 46 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किए थे। 18 प्रत्याशियों ने नाम वापस ले लिए, 2 के नामांकन रद हो गए। ऐसे में 26 प्रत्याशी मैदान में बचे।
ऐसे आवंटित होते हैं चुनाव चिन्ह: पार्टी प्रत्याशियों और आजाद उम्मीदवारों को चुनाव चिन्ह आवंटित करने और बैलेट पेपर बनाने का नियम चुनाव आयोग की तरफ से निर्धारित है। बैलेट पेपर में सबसे पहले राष्ट्रीय दलों के प्रत्याशियों के नाम आते हैं। इसके बाद क्षेत्रीय दलों और फिर आजाद प्रत्याशियों के नाम आते हैं। बैलेट पेपर में पहले स्थान पर भाजपा के प्रत्याशी बृजेंद्र सिंह, दूसरे पर कांग्रेस प्रत्याशी भव्य बिश्नोई, तीसरे पर माकपा के सुखबीर सिंह और सातवें पर भारतीय जनराज पार्टी के दारा सिंह और आठवें स्थान पर दुष्यंत चौटाला का नाम है।   
बॉक्स-ट्रैक्टर के सामने आया रोड रोलर, ले गया था 40 हजार वोट: 3 जून 2011 को पूर्व सीएम एवं सांसद चौधरी भजनलाल की मृत्यु के बाद अक्टूबर में उपचुनाव हुआ था। उस चुनाव में हजकां के प्रत्याशी कुलदीप बिश्नोई का चुनाव चिन्ह ट्रैक्टर था जबकि एक निर्दलीय प्रत्याशी को रोड रोलर चुनाव चिन्ह आवंटित हुआ था। तब रोड रोलर वाले प्रत्याशी को करीब 40 हजार वोट मिले थे। हालांकि तब भी कुलदीप अपने प्रतिद्वंद्वी अजय सिंह चौटाला को हराने में कामयाब हुए थे।
  • प्रत्याशियों को चुनाव आयोग की 1968 की गाइडलाइलेंस के अनुसार ही चुनाव चिह्न् आबंटित किए गए हैं। नियमों में साफ-साफ लिखा है कि प्रत्याशी अपनी मर्जी से तीन चुनाव चिह्न् चुनता है उसी के आधार पर उसे चुनाव चिह्न् दिया जाता है। इसके अलावा ईवीएम में पार्टी के अनुसार अलफा बेट तरीके से ही नाम सेट किए जाते हैं। हमने 100 फीसद चुनाव आयोग की गाइडलाइन का पालन किया है। अशोक कुमार मीणा, जिला निर्वाचन अधिकारी

आयोग में शिकायत कर बोले-निर्दलीय का चुनाव चिन्ह बदलो
चप्पल के सामने जूते का चुनाव चिन्ह आवंटित करने पर दुष्यंत चौटाला भड़क गए हैं। उन्होंने भाजपा पर सरकारी मशीनरी के माध्यम से जेजेपी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। इसे लेकर पार्टी ने हिरयाणा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र लिखा है। पार्टी ने पूरे प्रकरण की जांच कराने और निर्दलीय सलीम का चुनाव चिन्ह बदलने की मांग की है। सांसद दुष्यंत ने कहा कि ऐसा जेजेपी के मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए किया गया है। हिसार की जनता इन साजिशों में फंसने वाली नहीं है। भाजपा ने आदर्श आचार संहिता की कई बार धच्जियां उड़ाई जिनकी शिकायतें की गई हैं। सिर्फ गुजवि के कुलपति मामले में चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। बाकी शिकायतों पर कार्रवाई नहीं हुई।