साभार: जागरण समाचार
हरियाणा के चुनावी रण में पिछले लोकसभा चुनाव की अपेक्षा इस बार सात उम्मीदवार कम हैं। नामांकन वापसी के बाद अब 223 उम्मीदवार चुनाव मैदान में रह गए। वर्ष 2014 में 230 उम्मीदवार थे। नामांकन
वापसी के आखिरी दिन छह लोकसभा सीटों पर 10 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र वापस लिए हैं।
राज्य में 10 लोकसभा सीटें हैं। एक सीट पर औसतन 22 उम्मीदवार ताल ठोंक रहे हैं। संयुक्त मुख्य निर्वाचन अधिकारी डा. इंद्रजीत के अनुसार कुरुक्षेत्र, सिरसा, हिसार, भिवानी-महेंद्रगढ़ व गुरुग्राम लोकसभा सीटों से एक-एक व करनाल से पांच उम्मीदवारों ने अपने नामांकन वापस लिए हैं। अब अंबाला लोकसभा क्षेत्र से 18, कुरुक्षेत्र से 24, सोनीपत से 29, भिवानी-महेंद्रगढ़ से 21, गुरुग्राम से 24, सिरसा से 20, हिसार से 26, करनाल से 16 और फरीदाबाद से 27 उम्मीदवार चुनाव लडें़गे। सोनीपत लोकसभा क्षेत्र से सबसे अधिक 29 तथा करनाल में सबसे कम 16 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं जबकि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में सबसे अधिक हिसार में 41 तथा सबसे कम अंबाला व रोहतक में 14-14 उम्मीदवार चुनाव मैदान में थे। विभिन्न राजनीतिक पार्टियां एवं निर्दलीय उम्मीदवारों को चुनाव चिह्न् अलाट कर दिए गए हैं।
मतदाताओं को जागरूक करने वाले होंगे पुरस्कृत: प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी राजीव रंजन ने कहा कि 12 मई को मतदान के बाद उन मीडिया संस्थानों को सम्मानित किया जाएगा, जो चुनावों के दौरान स्वीप गतिविधियों की अच्छी कवरेज करेंगे। इसके लिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया जाएगा जिसमें पहला, दूसरा और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले मीडिया संस्थान को 25 हजार, 20 हजार और 15 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। चुनाव के दौरान की गई अथवा की जाने वाली कवरेज विशेष तौर पर स्वीप गतिविधियों की कवरेज पर बेस्ट फोटो, बेस्ट वीडियो और बेस्ट न्यूज स्टोरी इन तीन श्रेणियों पर प्रदर्शनी लगेगी।
दिव्यांगों के लिए ब्रेल बैलेट पेपर का इंतजाम: रंजन ने बताया कि राज्य में एक लाख 4 हजार 524 दिव्यांग मतदाताओं को विशेष सुविधाएं दी जा रही हैं। 18200 व्हील चेयर का प्रबंध किया जा चुका है। दिव्यांग मतदाताओं को लाने व ले जाने के लिए 11670 वॉलेंटियर भी लगाए गए हैं। मतदान केंद्रों में रैंप की सुविधा दी गई है। चुनाव में पहली बार हिसार जिला प्रशासन द्वारा दिव्यार्थ मोबाइल एपलिकेशन बनाई गई है, जिसके माध्यम से दिव्यांग अपने अधिकारों, मतदान केंद्रों, उम्मीदवारों और वाहनों की लाइव लोकेशन का पता लगा सकेंगे।