साभार: जागरण समाचार
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को खरखौदा में कार्यकर्ताओं की बैठक में कहा कि वे इस इलाके को राज में हिस्सा दिलाना चाहते हैं, इसलिए यहां से चुनाव में उतरे हैं। पहले भी कांग्रेस राज में सोनीपत में विकास
हुआ था। इसे देखते हुए सोनीपत ने छह में से पांच विधानसभा सीटें कांग्रेस को देने का काम किया था, वे इस अहसान को चुकाने के लिए यहां से मैदान में उतरे हैं। हुड्डा ने कहा कि जीत-हार का मुद्दा नहीं है, बल्कि इलाके की चौधर लाणो की लड़ाई है। ऐसे में हर कार्यकर्ता खुद को हुड्डा समझकर बूथ स्तर पर काम करे।
पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने कहा कि दूसरों को नसीहत देने वाली भाजपा की हालत यह हो गई है कि उनके पास वोट मांगने के लिए बताने को कोई विकास कार्य नहीं है। मंच पर मुख्यमंत्री ने स्वीकार कर लिया है कि जनता उनके उम्मीदवार और सरकार से नाराज हैं। इसलिए वह मोदी के नाम पर वोट मांग रहे हैं। भाजपा ने हरियाणा में पांच साल में केवल भाईचारे को खराब किया है।
प्रत्याशियों के विरोध पर हुड्डा ने कहा कि घर आए मेहमान का विरोध करना हमारी संस्कृति नहीं है। इसलिए सवाल जरूर पूछें, पर किसी भी उम्मीदवार का विरोध ना करें। इस दौरान असंध से पूर्व विधायक जिले राम शर्मा, इनेलो के प्रवक्ता रहे र¨वद्र सरोहा समेत कुछ पूर्व पार्षद, ब्लॉक समिति सदस्य, सरपंच और पूर्व सरपंचों ने कांग्रेस का दामन थामा। इस मौके पर पूर्व मंत्री सतपाल सिंह सांगवान, विधायक जयबीर बाल्मीकि, प्रो. वीरेंद्र सिंह, मनोज रिढाऊ, प्रवीन सैनी, सुनील दहिया, संजय पहलवान आदि मौजूद रहे।