Sunday, July 2, 2017

पाक भरोसे लायक नहीं, घोषित करो आतंकवादी देश: सीनेटर टेड पोए ने अमेरिकी कांग्रेस में पेश किया विधेयक

अमेरिकी सीनेटर टेड पोए ने शुक्रवार को कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद समर्थक देश है, इसकी घोषणा जल्द से जल्द करनी होगी वर्ना बुरे परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। अगर पाकिस्तान को जल्द से जल्द आतंकवाद की
मदद करने वाले देश के तौर पर नहीं पहचाना जाता और उस पर आतंकी देश होने का ठप्पा नहीं लगाया जाता, तो बड़ा नुकसान हो सकता है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। टेड पोए ने 20 सितंबर 2016 को 'पाकिस्तान स्टेट स्पॉन्सर ऑफ टेररिज्म डेजिगनेशन एक्ट' नाम का विधेयक अमेरिकी कांग्रेस में पेश किया और कहा कि अमेरिकी प्रशासन इस विधेयक पर विचार-विमर्श करके चार महीने के अंदर इस बिल को पारित करे। वर्ना पाकिस्तान आतंकवाकियों की मदद करता रहेगा जो दुनिया के हित में नहीं है। पिछले साल टेड पोए ने कहा था कि पाकिस्तान भरोसा करने लायक सहयोगी नहीं है, बल्कि वह तो वर्षों से अमेरिकी दुश्मनों को मदद देता रहा है। चाहे हक्कानी नेटवर्क के साथ पाकिस्तान के मधुर संबंध हो या पाकिस्तान का ओसामा बिन लादेन को शरण देना हो, ये पाकिस्तान के खिलाफ वो पर्याप्त सबूत हैं जो यह साबित करते हैं कि पाकिस्तान आतंकवाद को सहायता दे रहा है। उन्होंने कहा कि वक्त गया है कि जब हम पाकिस्तान को उसकी धोखेबाजी के लिए वित्तीय मदद देना बंद करे और उस वो दर्जा दिया जाए जिसका वह हकदार है, यानि आतंकवाद प्रायोजित मुल्क। 
अमेरिका पर हमले की दे चुका है धमकी: संयुक्त राष्ट्र में उत्तर कोरिया ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए कहा था कि अमेरिका उसे सीरिया समझने की भूल करे। उसने चेतावनी दी कि अगर अमेरिका ने उकसाया तो उनका देश परमाणु हमला करेगा। उत्तर कोरिया ने यहां तक कहा कि वह हर हफ्ते परमाणु परीक्षण करेगा। 
उत्तर कोरिया को काबू करने में सहयोग दे चीन: उत्तर कोरिया के मामले में अमेरिका ने एक बार फिर से चीन पर दबाव बढ़ाया है। अमेरिका चाहता है कि चीन उत्तर कोरिया के खिलाफ प्रभावी आर्थिक प्रतिबंध लगाए। परमाणु हथियार संपन्न उत्तर कोरिया अमेरिका और उसके मित्र दक्षिण कोरिया जापान के लिए बड़ा खतरा बना हुआ है। 
उत्तर कोरिया नहीं माना तो दिया जाएगा कड़ा जवाब: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई इन से कहा कि अगर उत्तर कोरिया नहीं माना तो कारनामों के लिए उसे कड़ा जवाब दिया जाएगा। ट्रंप ने कोरियाई समकक्ष से व्यापार और सुरक्षा खर्च पर भी बात की है। दक्षिण कोरिया में अमेरिका के 28,500 सैनिक और बड़ा साजो-सामान तैनात हैं। ये उसे उत्तर कोरिया के हमले के खतरे से सुरक्षा मुहैया कराते हैं। ट्रंप ने कहा, दक्षिण कोरिया के साथ अमेरिकी व्यापार समझौते पर फिर से वार्ता की जाएगी। यह समझौता पांच साल पहले बराक ओबामा के कार्यकाल में हुआ था।
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साभार: भास्कर समाचार 
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