दूसरी वरीयता प्राप्त एच.एस. प्रणय की जबरदस्त लय और फॉर्म अनुभवी पारूपल्ली कश्यप पर आखिर भारी पड़ गई। प्रणय ने यूएस ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट के फाइनल में कश्यप को एक घंटा, पांच मिनट में 21-15, 20-22, 21-12 से हराकर खिताब अपने नाम किया। कॉमनवेल्थ गेम्स के गोल्ड मेडलिस्ट कश्यप ने इससे पहले
हमवतन खिलाड़ी समीर वर्मा को हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी। लेकिन, उन्हें फाइनल में जगह बनाने के लिए विश्व में 111वीं रैंकिंग के काेरियाई खिलाड़ी क्वांग ही हियो के खिलाफ भी तीन गेमों तक मेहनत करनी पड़ी थी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। दोनों खिलाड़ियों की करियर में यह तीसरी भिड़ंत थी जिसमें अब प्रणय ने रिकॉर्ड 2-1 कर लिया है। कश्यप ने सात वर्ष पहले 2010 इंडिया ग्रांप्री में एकमात्र बार प्रणय को हराया था। प्रणय ने तीन वर्ष पहले 2014 जर्मन ओपन में भी कश्यप को मात दी थी।
कश्यप इस बार प्रणय की चुनौती को नहीं तोड़ सके। प्रणय ने पहला गेम आसानी से अपने नाम किया। कश्यप ने इस गेम में 7-1 की बढ़त लेकर अच्छी शुरूआत की थी। लेकिन, कुछ समय बाद ही प्रणय 14-12 से आगे हो गए। 15-15 पर बराबरी करने के बाद उन्होंने लगातार छह अंक जीते और गेम 21-15 से अपने नाम कर लिया। दूसरा गेम बहुत चुनौतीपूर्ण रहा। इसमें कश्यप ने पिछड़ने के बाद 5-5 फिर 15-15, 18-18 और 20-20 के स्काेर पर प्रणय को जा पकड़ा और लगातार दो अंक लेकर 22-20 से वापसी कर मैच को 1-1 गेम की बराबरी पर ला दिया। तीसरे और निर्णायक गेम में कश्यप खास चुनौती नहीं दे सके। प्रणय ने 13-7 से आसान बढ़त ली और 20-10 की एकतरफा बढ़त तथा तीन गेम प्वांइट के साथ 21-12 से गेम और मैच समाप्त कर खिताब अपने नाम कर लिया।
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साभार: भास्कर समाचार
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