Monday, July 31, 2017

चीनी सेना ने किया 68 साल का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन: जिनपिंग बोले- हमारी सेना हमलावर शत्रुओं को हराने में सक्षम

सिक्किम के डोकलाम में भारत के साथ जारी गतिरोध के बीच चीनी सेना ने रविवार को शक्ति-प्रदर्शन किया। चीनी सेना पीपल्स लिबरेशन आर्मी की स्थापना के 90 साल पूरे होने पर मंगोलिया के मरुस्थल स्थित झुरिह
मिलिट्री बेस में बड़ी परेड निकाली गई। फौज की वर्दी में सेना को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सेना को युद्ध के लिए तैयार रहने को कहा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पीएलए किसी भी हमलावर शत्रु को हराने में सक्षम है। जिनपिंग ने भारत का नाम नहीं लिया। हालांकि, चीन का सरकारी मीडिया और प्रवक्ता भारत पर डोकलाम में घुसपैठ का आरोप लगाते रहे हैं। इसी बीच, चीन के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि आज के आयोजन का क्षेत्र के हालात से कोई लेना देना नहीं है। 
चीनी सेना की यह परेड सामरिक नजरिए से बेहद अहम है। चीनी मीडिया के मुताबिक 1949 के कम्युनिस्ट आंदोलन के बाद 68 साल में यह पहला मौका है, जब 1 अगस्त को मनाए जाने वाले आर्मी-डे से दो दिन पहले चीन ने सैन्य ताकत दिखाई हो। टैंक, गाड़ियों पर तैनात परमाणु मिसाइल, फाइटर जेट से लेकर अत्याधुनिक जे-20 स्टेल्थ विमान सहित 571 प्रकार के हथियार परेड में दिखाए गए। कार्यक्रम के दौरान 129 लड़ाकू विमानों ने भी उड़ान भरी। जिनपिंग ने खुली जीप में 12 हजार से अधिक सैनिकों की टुकड़ियों का निरीक्षण किया। एक हजार किलोमीटर में फैला झुरिह स्थित यह सैन्य ठिकाना एशिया का सबसे बड़ा मिलिट्री ट्रेनिंग सेंटर है। यहां कई बड़े सैन्य अभ्यास हुए हैं। 
सेना से कहा- दुनिया में कहीं शांति नहीं, पीएलए करे शांति बहाली: जिनपिंग ने अपने 10 मिनट के भाषण में कहा कि दुनिया में कहीं भी शांति नहीं है। चीनी सेना शांति बहाली के लिए काम करे। उन्होंने सेना में लड़ाकूपन बढ़ाने के लिए सुधार और आधुनिकीकरण का आदेश दिया। साथ ही कहा कि अधिकारी और सैनिक सेना पर कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व के मौलिक सिद्धांत और व्यवस्था के प्रति अडिग रहें। हमेशा पार्टी के आदेश मानें। 
सरकार नहीं, कम्युनिस्ट पार्टी के नियंत्रण में है चीनी सेना: चीन की सेना को पीपल्स लिबरेशन आर्मी कहते हैं। इसकी स्थापना 1 अगस्त, 1927 को हुई थी। यह चीनी सरकार के बजाय कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चीन के तहत काम करती है। मौजूदा समय में इसमें करीब 23 लाख सैन्यकर्मी हैं। यह दुनिया की सबसे बड़ी सेना है। 
परेड में पारंपरिक और परमाणु मिसाइलें भी दिखाई गईं: चीनी सेना की परेड में स्वदेशी पारंपरिक एवं परमाणु मिसाइलों के पांच मॉडल दिखाए गए। इसमें शॉर्ट नोटिस पर दागी जा सकने वाली और परमाणु हथियार से लैस डोंगफेंग 26 बैलिस्टिक मिसाइल, कैरियर किलर नाम से चर्चित डोंगफेंग 21 डी भी शामिल थीं। परेड में चीन के नए जे20 लड़ाकू विमान परेड पहली बार शामिल हुए।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.