भारत दौरे पर आए इराक के विदेश मंत्री इब्राहिम अल-जाफरी ने सोमवार को कहा कि लापता 39 भारतीय जिंदा हैं या उनकी हत्या कर दी गई है। इस बारे में उनके पास कोई महत्वपूर्ण साक्ष्य नहीं है। विदेश मंत्री ने कहा कि
वह इस बारे में कुछ नहीं कह सकते। अल जाफरी ने कहा कि उनका देश 39 अगवा भारतीयों का पता लगाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास करेगा। जाफरी ने जानकारी देते हुए कहा कि मोसुल में लापता हुए 39 भारतीय नागरिक जिंदा हैं या मार दिए गए हैं, इस बारे में उनकी सरकार के पास कोई अहम साक्ष्य नहीं है। उन्होंने कहा कि भारतीय जिंदा हैं कि नहीं इस बारे में मैं सौ फीसदी सुनिश्चित नहीं हूं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। शिरोमणि अकाली दल के प्रेम सिंह चंदूमाजरा ने सदन में शून्यकाल के दौरान यह मसला उठाते हुए कहा कि भारतीय इराक से लापता हैं और पहले विदेश मंत्री ने कहा था कि वे इराक की जेल में हो सकते हैं, लेकिन रिपोर्टो में दिखाया जा रहा है कि वह जेल नष्ट हो चुकी है जहां उनके छुपे होने की बात कही जा रही थी।
आर के सिंह का कहना है कि 39 भारतीयों के बारे में जो भी कहा जा रहा है, उन को खोजने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जिस जेल की बात की जा रही है, वह जेल खाली है। आरके सिंह बोले कि हो सकता है उनको कहीं और ले जाया गया हो, वह सेफ है या नहीं यह नहीं कहा जा सकता। क्योंकि वहां पर कोई व्यवस्था नहीं है, इसलिए उनको खोजे जाने की जरूरत है।
संसद में विदेश मंत्री द्वारा दी गई जानकारी भ्रामक है हमें चिंतित होना चाहिए कि क्या वे जीवित हैं? कहां हैं? अगर वहां जेल नहीं है, तो हमें यह देखना चाहिए कि क्या विदेश मंत्रालय ने जानकारी सत्यापित की है। कांग्रेस के अलावा इराक से लापता 39 भारतीयों के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी भी लोकसभा में सरकार को घेरेगी।
मोसुल मसले पर पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर गुमराह क्यों कर रही है, लोगों को सच्चाई क्यों नहीं बताते सच्चाई सामने आने चाहिए, आखिर क्या वजह है जो सच्चाई नहीं बता रहे हैं। पिछले 2 साल से सरकार यही बात कह रही है कि वह इराक जेलों में वहां पर बंद है, लेकिन आज तक इंडिया टुडे की स्टोरी कुछ और ही कहानी बता रही है।
इराक के विदेश मंत्री 28 जुलाई तक भारत की यात्रा पर: जाफरी 24 जुलाई से 28 जुलाई तक भारत की यात्रा पर हैं उन्होंने सोमवार को अपने भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात की। इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने दो सप्ताह पहले देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल की आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से आजादी की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद जाफरी का भारत दौरा हो रहा है। वहीं इराक में लापता 39 भारतीयों की स्थिति का लोकसभा में उठा और शिरोमणि अकाली दल ने इन लोगों के जिंदा होने या नहीं होने के मामले में सरकार से जवाब की मांग की। साथ ही इन लोगों ने सरकार से यह भी जानना चाहा कि क्या भारतीय खुफिया तंत्र इस मामले में विफल साबित हुआ है। इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सूचित किया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शाम को सदन में इस संबंध में एक बयान देंगी।
मोसुल मसले पर पूर्व विदेश राज्य मंत्री शशि थरूर का कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर गुमराह क्यों कर रही है, लोगों को सच्चाई क्यों नहीं बताते सच्चाई सामने आने चाहिए, आखिर क्या वजह है जो सच्चाई नहीं बता रहे हैं। पिछले 2 साल से सरकार यही बात कह रही है कि वह इराक जेलों में वहां पर बंद है, लेकिन आज तक इंडिया टुडे की स्टोरी कुछ और ही कहानी बता रही है।
इराक के विदेश मंत्री 28 जुलाई तक भारत की यात्रा पर: जाफरी 24 जुलाई से 28 जुलाई तक भारत की यात्रा पर हैं उन्होंने सोमवार को अपने भारतीय समकक्ष सुषमा स्वराज से मुलाकात की। इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-आब्दी ने दो सप्ताह पहले देश के दूसरे सबसे बड़े शहर मोसुल की आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से आजादी की घोषणा की है। इस घोषणा के बाद जाफरी का भारत दौरा हो रहा है। वहीं इराक में लापता 39 भारतीयों की स्थिति का लोकसभा में उठा और शिरोमणि अकाली दल ने इन लोगों के जिंदा होने या नहीं होने के मामले में सरकार से जवाब की मांग की। साथ ही इन लोगों ने सरकार से यह भी जानना चाहा कि क्या भारतीय खुफिया तंत्र इस मामले में विफल साबित हुआ है। इस पर अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सूचित किया कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज शाम को सदन में इस संबंध में एक बयान देंगी।
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साभार: भास्कर समाचार
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