राजस्थान,पंजाब की तर्ज पर हरियाणा में भी रोडवेज बसों में इलेक्ट्रॉनिक मशीन से टिकट दी जाएंगी। नए साल में रोडवेज विभाग 5 हजार से अधिक इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन (ईटीएम) की खरीद करेगा। टिकट रिकार्ड भी ऑनलाइन होगा। इससे गड़बड़ी से बचा जा सकेगा और आमदनी का हिसाब भी रोडवेज के पास अपडेट रहेगा। ई-गवर्नेंस को बढ़ावा दे रही सरकार रोडवेज की कार्य प्रणाली भी ऑनलाइन करेगी। प्रदेश में हर
दिन 33 लाख लोग सफर करते हैं। रोडवेज विभाग अभी 13 लाख लोगों को हर दिन यात्रा करवा रहा है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। हर महीने रोडवेज बसें 3.34 लाख किलोमीटर से अधिक चलकर 76.13 करोड़ से अधिक की आय कर रही हैं। हाल ही में नई परिवहन नीति के तहत निजी बसें चलाने की भी योजना बन चुकी है। नए साल में रोडवेज में इलेक्ट्रॉनिक मशीन से टिकट देने का प्रपोजल तैयार किया गया है। अभी तक बसों में पंच करके ही टिकटें दी जाती रही हैं। कंडेक्टर को हाथ में अलग-अलग टाइप की टिकट के कई स्लॉट हाथ में रखने पड़ते हैं। विभाग ने परिचालकों को ईटीएम देने का निर्णय लिया है।
टिकट का फायदा: कईबार टिकट पर गलत पंच होने या मिस होने पर परिचालक को नुकसान उठाना पड़ता है। कंडक्टर पर सवारियों से पैसे लेने और उन्हें बिना टिकट यात्रा करवाने के आरोप भी लगते रहे हैं। इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन में टिकट काटने के साथ ही टिकट पर समय भी दर्ज हो जाता है। चेकिंग स्क्वॉयड को पता चल जाता है कि वह टिकट कितने बजे काटा गया है। इधर, परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार ने कहा कि रोडवेज को घाटे से उभारने और बेहतर सुविधा देने के प्रयास किए जा रहे हैं। ऑनलाइन प्रक्रिया अपनाने पर जोर है। इलेक्ट्रॉनिक टिकट मशीन का प्रयोग करने का प्रपोजल बनाया है। मशीन खरीदकर नए साल में इस पर अमल किया जाएगा।
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साभार: भास्कर समाचार
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