Tuesday, December 29, 2015

कर योग्य आय सात अंकों में है तो नहीं मिलेगी एलपीजी पर सब्सिडी

आपकी सालाना कर योग्य आमदनी 10 लाख रुपए से ज्यादा है तो जनवरी से आपको रसोई गैस पर सब्सिडी नहीं मिलेगी। गैस सिलेंडर मार्केट रेट पर खरीदना पड़ेगा। करयोग्य आमदनी का आधार पिछला वित्त वर्ष होगा। दिल्ली में सब्सिडी वाले सिलेंडर की कीमत 419.26 रु. और बिना सब्सिडी वाले की 608 रु. है। हर सिलेंडर पर 188.74 रुपए सब्सिडी मिलती है। ग्राहक बाजार दर पर सिलेंडर खरीदता है। सरकार सब्सिडी की
रकम उसके खाते में जमा करती है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। ग्राहक साल में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर ले सकता है। 10 लाख रु. से ज्यादा आमदनी वाले कितने लोग सब्सिडी वाला सिलेंडर लेते हैं, इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। इसलिए कितने लोग प्रभावित होंगे और सरकार को कितनी बचत होगी, इसका सटीक आकलन मुश्किल है। वैसे देश में 3.5 करोड़ करदाता हैं। इनमें करीब 6% यानी 21 लाख लोगों की सालाना आमदनी 10 लाख रु# से ज्यादा है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने पर केंद्र के 30-37% कर्मचारियों को सब्सिडी छोड़नी पड़ेगी। अभी करीब 50 लाख केंद्रीय कर्मचारी हैं। वहीं, 5-7 लाख कर्मचारी केंद्र सरकार की कंपनियों में हैं। इनका वेतन ज्यादा है। वहां भी बड़ी संख्या में लोगों को सब्सिडी छोड़नी पड़ेगी। 
साल 2014-15 में कुल पेट्रोलियम सब्सिडी 60,270 करोड़ रुपए थी। इसमें रसोई गैस सब्सिडी 40,551 करोड़ की थी। साल 2015-16 के बजट में पेट्रोलियम सब्सिडी के लिए सिर्फ 30,000 करोड़ रुपए रखे गए। इसमें से 21,140 करोड़ रसोई गैस के लिए हैं। अप्रैल से सितंबर तक सरकार ने 8,814 करोड़ रुपए की सब्सिडी दी है। 
  • 16.35 करोड़ रसोई गैस कनेक्शन हैं देश में। 
  • 14.78 करोड़ ग्राहकों को सब्सिडी सीधे खाते में दी जा रही है। 
  • 57.50 लाख लोग सब्सिडी छोड़ चुके हैं प्रधानमंत्री की अपील पर। 
  • 10 लाख रु. से ज्यादा आमदनी वाले करीब 21 लाख करदाता 
  • 188.74 रु. प्रति सिलेंडर सब्सिडी मिलती है दिल्ली में। 
  • 12 सिलेंडर दिए जाते हैं साल में, 2264.88 रु. कुल सब्सिडी। 
अब कहां जाएगा सब्सिडी का पैसा: गरीबों को रियायती कनेक्शन दिया जाएगा। अभी तक 57.50 लाख ने सब्सिडी छोड़ी है। 46 लाख कनेक्शन बीपीएल को दिए गए हैं। 11 लाख कनेक्शन के लिए राज्यों की बीपीएल सूची का इंतजार है। रेगुलेटर और पहला सिलेंडर मुफ्त दिया जाता है। 

गैस कंपनी को कैसे पता चलेगी आमदनी: अभी यह स्वैच्छिक है। हो सकता है जनवरी से जब आप सिलेंडर बुक कराने के लिए फोन करें तो उसमें कमाई चुनने का भी विकल्प मिले। नए गैस कनेक्शन के लिए पैन जरूरी किया जा सकता है। 
कमाई मेरी, सिलेंडर पति/पत्नी के नाम है तो: तब भी सब्सिडी नहीं मिलेगी। सरकार ने साफ किया है कि अगर रसोई गैस ग्राहक के पति या पत्नी की सालाना कमाई 10 लाख से ज्यादा है, तो वह भी सब्सिडी का हकदार नहीं होगा। 
ग्रॉस इनकम 10 लाख से ऊपर है तो: यह फैसला ग्रॉस इनकम पर नहीं, बल्कि टैक्सेबल इनकम पर लागू होगा। ग्रॉस इनकम 12 लाख रु. लेकिन टैक्सेबल इनकम 9.5 लाख है, तो सब्सिडी मिलती रहेगी। टैक्सेबल इनकम की गणना ग्रॉस इनकम में से सभी रियायतों और छूटों को घटाने के बाद होती है। 
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारभास्कर समाचार 
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