Friday, December 25, 2015

पीएम की रूस यात्रा: रूस से रक्षा व परमाणु समझौता

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने 16वें भारत-रूस सम्मेलन के अवसर पर औपचारिक बातचीत की। इस दौरान कई रक्षा और परमाणु समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। विशेष रूप से पहली बार पूर्ण रूप से स्वदेशी वायु रक्षा मिसाइल और रडार प्रणाली का निर्माण भारत में होने का रास्ता साफ हो गया है। इस काम को पहली बार
देश की निजी कंपनी अंजाम देगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। रिलायंस डिफेंस लिमिटेड और रूसी वायु रक्षा प्रणाली अलमाजअंतेय बनाने वाली रूसी कंपनी इसे मिलकर तैयार करेंगे।
क्रेमलिन में आयोजित 16वें भारत-रूस के सालाना सम्मेलन के दौरान गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने रक्षा, परमाणु सहयोग के साथ ही रूस के तेल और गैस के क्षेत्र में भारतीय कंपनियों की भागेदारी बढ़ाने पर गहन विचार-विमर्श कर सहमति जताई है। सबसे पहले मोदी और पुतिन की बातचीत एकांत में हुई। उसके बाद इस वार्ता में दोनों देशों के प्रतिनिधिमंडल को भी शुमार किया गया। कई रक्षा सौदों के लिए दोनों पक्षों ने बातचीत को अंतिम रूप दिया। रूस भी रक्षा क्षेत्र के कई संयुक्त उपक्रमों के लिए तकनीकी हस्तांतरण को तैयार हो गया है। 
भारतीय रक्षा मंत्रलय के मुताबिक भारत की पहली स्वदेशी वायु रक्षा प्रणाली के देश में ही निर्माण के लिए 40 हजार करोड़ रुपये की रूसी एस-400 ट्रम्फ वायु रक्षा प्रणाली की खरीद भी तय है। मेक इन इंडिया के तहत आंध्र प्रदेश में नागरिक परमाणु संयंत्र के लिए एक साइट प्रस्तावित है। यहां कुडनकुलम परमाणु ऊर्जा प्लांट की पांचवें और छठे प्लांट स्थापित किए जाएंगे। इसके साथ कामोव-226 हेलीकाप्टरों के निर्माण पर बातचीत को भी अंतिम रूप दे दिया गया है। उल्लेखनीय है कि भारत और रूस के बीच द्विपक्षीय वार्षिक कारोबार फिलहाल दस अरब डॉलर का होता है।
अपनी दो दिवसीय रूस यात्र के अंतिम दिन प्रधानमंत्री मोदी ने पुतिन से कहा कि भारत रूस को अपने विश्वसनीय मित्र के रूप में देखता है। रूस ने कठिन समय में भी भारत का हमेशा साथ दिया है। भारत और रूस अब अंतरराष्ट्रीय मंच और राजनीतिक क्षेत्रों में आपसी सहयोग और सक्रियता के साथ बढ़ा रहे हैं। इससे पूर्व, मुलाकात की शुरूआत में ही राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, ‘मैं यह देखकर खुश हूं कि भारत और रूस की रणनीतिक साझीदारी में निरंतर इजाफा हुआ हो रहा है। द्विपक्षीय संबंध में हर दिशा में मजबूत हो रहे हैं। फिर चाहे वह अंतरराष्ट्रीय राजनीति हो, अर्थव्यवस्था और मानवीय क्षेत्र ही क्यों न हों।’ 

Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभारजागरण समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.