साभार: जागरण समाचार
हरियाणा के सरकारी महकमों में बंपर भर्तियों के बाद अब लोकसभा चुनावों के बाद बोर्ड-निगमों में बड़े स्तर पर नियुक्तियों की तैयारी है। मुख्य सचिव ने सभी बोर्ड-निगमों के प्रबंध निदेशकों और मुख्य प्रशासकों से एक
सप्ताह के भीतर ए, बी, सी और डी ग्रुप में कुल स्वीकृत पदों, तैनात कर्मचारियों और रिक्त पदों की जानकारी मांगी है। वहीं, चुनाव आचार संहिता के चलते 1620 बिजली कर्मचारियों के बाद अब गणित-भूगोल के लेक्चर्स की नियुक्तियां लटक गई हैं।
मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने मंगलवार को इस संबंध में सभी बोर्ड-निगमों के प्रबंध निदेशक और मुख्य प्रशासकों को लिखित आदेश जारी कर दिए। सभी श्रेणियों के विभिन्न स्वीकृत पदों, कार्यरत कर्मचारियों की संख्या और कितने कर्मचारियों के पद खाली खाली हैं, की अलग-अलग रिपोर्ट प्रबंध निदेशकों को फैक्स या ई-मेल के जरिये निर्धारित फार्मेट में देनी है। इसके बाद रिक्त पदों पर नई भर्तियों की प्रक्रिया शुरू की जाएगी जिससे स्टाफ की भारी कमी से जूझ रहे बोर्ड-निगमों को राहत मिलेगी।
मौजूदा दौर में लोकसभा चुनाव के चलते आचार संहिता लगी हुई है। यही वजह है कि पिछले दिनों हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम व उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम में नवचयनित 1620 शिफ्ट अटेंडेंट (एसए) की ज्वाइनिंग चुनाव आयोग ने रुकवा दी। हालांकि इससे एक दिन पहले ही नौ मार्च को दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम ने 805 शिफ्ट अटेंडेंट को ज्वाइनिंग करा दी थी, लेकिन दस मार्च को चुनाव की घोषणा होते ही उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के 746 और हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम के 874 नवचयनित कर्मचारियों की नियुक्तियों का काम लटक गया। अब चुनाव के बाद ही इन कर्मचारियों को ज्वाइनिंग लेटर मिल पाएगा। किसी तरह के विवाद से बचने के लिए बोर्ड-निगमों में रिक्त पदों पर नियुक्तियों की प्रक्रिया भी आचार संहिता खत्म होने के बाद ही शुरू की जाएगी।