साभार: जागरण समाचार
रोहतक की महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी की उत्तर पुस्तिकाओं में नंबर बढ़ाने के खेल का मास्टर माइंड बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी का असिस्टेंट प्रोफेसर ही था, जो रकम के हिसाब से फेल छात्रों को पास करने के लिए
मनचाहे नंबर देता था। जरूरत पड़ने पर छात्रों को वहीं बैठाकर उनसे उत्तर पुस्तिका के खाली पेज भरने के नाम पर प्रश्न भी हल कराए जाते थे। यह जानकारी गिरफ्त में आ चुके तीनों अभियुक्तों से पुलिस को मिली है। तीनों को कोर्ट ने जेल भेज दिया है। इस खेल में शामिल पूर्व एचओडी समेत दूसरे आरोपित की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है।
बता दें कि एमडीयू से बीटेक के सिविल इंजीनियरिंग की उत्तर पुस्तिकाएं री-चेकिंग और री-वैल्युएशन के लिए बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी के पूर्व एचओडी वीके आहुजा के पास आती है। फिलहाल में वीके आहुजा जुलाना में वृह्द देवी इंस्टीट्यूट में डायरेक्टर के पद पर कार्यरत हैं। पूर्व एचओडी यह उत्तर पुस्तिकाएं बाबा मस्तनाथ विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर पवन सांगवान के पास चेकिंग के लिए देता था। इसके बाद सोनीपत के सिसाना गांव का रहने वाला विनीत दहिया और असिस्टेंट प्रोफेसर छात्रों से संपर्क कर उन्हें बुलाते थे और फिर नंबर बढ़ाने के नाम पर 40 से 50 हजार रुपये वसूलते थे। चार दिन पहले रोहतक पुलिस की सीआइए-3 की टीम ने छापा मारकर असिस्टेंट प्रोफेसर और दो छात्रों दीपक और अजय को गिरफ्तार किया था।