साभार: जागरण समाचार
भारतीय अदालत से 2007 के समझौता एक्सप्रेस विस्फोट मामले के चारों आरोपितों के बरी होने का पाकिस्तान अध्ययन कर रहा है और विकल्प पर विचार करेगा। विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने यह जानकारी
दी। हरियाणा के पंचकुला में स्थित विशेष अदालत ने मामले के आरोपित स्वामी असीमानंद एवं तीन अन्य को बुधवार को बरी कर दिया।
समझौता एक्सप्रेस सप्ताह में दो बार चलने वाली ट्रेन है। यह ट्रेन भारत में दिल्ली से अटारी और पाकिस्तान में लाहौर के बीच चलती है। 18 फरवरी 2007 को हरियाणा में पानीपत के समीप इस ट्रेन में विस्फोट हुआ था। उस समय ट्रेन अमृतसर जिले में भारतीय ओर के आखिरी स्टेशन अटारी की ओर जा रही थी।
विस्फोट में 68 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान का कहना है कि उसके 44 नागरिक मारे गए थे। विस्फोट में ट्रेन के दो डिब्बे बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए थे। 1976 में दोनों देशों के बीच हुए ऐतिहासिक शिमला समझौते के बाद यह यह रेल सेवा शुरू की गई थी।