साभार: जागरण समाचार
कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने बालाकोट एयरस्ट्राइक में मारे गए आतंकियों की संख्या पर फिर सवाल उठाकर
सियासत को एक बार फिर गरम कर दिया है। पित्रोदा ने इसको लेकर और सबूत की मांग के साथ पाकिस्तान पर हमले को गलत निर्णय बता चुनावी मौसम में भाजपा को धुआंधार वार करने का मौका दे दिया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा ने बिना देरी किए पित्रोदा के बयान को लेकर कांग्रेस पर धुआंधार प्रहार किए तो कांग्रेस ने इसे पित्रोदा की निजी राय बता पल्ला झाड़ लिया।
पाकिस्तान के बालाकोट में आतंकी ठिकाने पर हवाई हमले पर इस विवादित बोल से कांग्रेस ने पल्ला भले झाड़ लिया मगर पार्टी इस हकीकत से किनारा नहीं कर सकती कि पित्रोदा कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के निकटस्थ सलाहकारों में शामिल हैं। ऐसे में उनके उठाए सवालों की सियासी चुभन से कांग्रेस को लोकसभा चुनाव के दौरान रूबरू होना पड़ेगा।
इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के प्रमुख पित्रोदा ने एक समाचार एजेंसी से इंटरव्यू में कहा कि वायुसेना ने 300 आतंकी मारा तो ठीक है। मगर क्या इसको लेकर और सबूत देंगे और साबित करेंगे। जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी ठिकाने पर हवाई हमले पर पित्रोदा ने कहा कि अतंरराष्ट्रीय मीडिया इसे दूसरी तरह से देख रहा है। इसीलिए भारत की जनता को वायुसेना की इस कार्रवाई से जुड़े तथ्यों के बारे में जानने का हक है।
वे इस बारे में कुछ ज्यादा जानना चाहते हैं क्योंकि न्यूयॉर्क टाइम्स और दूसरे विदेशी अखबारों की रिपोर्ट्स पढ़ी है। उन्होंने सवाल दागते हुए कहा कि क्या हमने सच में हमला किया और 300 लोगों को मारा? मैं यह सब नहीं जानता और एक नागरिक के रुप में मैं यह सवाल पूछ रहा हूं और यह मेरा कर्तव्य है। इसका अर्थ यह नहीं कि मैं राष्ट्रवादी नहीं हूं और किसी का पक्ष ले रहा हूं।
पित्रोदा ने खुद को गांधीवादी बताते हुए पाकिस्तान से बातचीत की वकालत भी की। उन्होंने कहा वे मानते हैं कि हमें हर किसी के साथ बातचीत करनी चाहिए, यदि कुछ लोग यहां आकर हमला करते हैं तो उस देश के हर नागरिक को दोषी नहीं बनाना चाहिए। हालांकि पित्रोदा ने यह भी कहा कि पुलवामा हमले के बारे में उन्हें ज्यादा मालूम नहीं। मगर मुंबई में ताज व ओबेरॉय होटल पर 2008 में हुए आतंकी हमले के समय भी हमने प्रतिक्रिया दी थी लेकिन मेरे हिसाब से यह सही दृष्टिकोण नहीं है। इस तरह आप दुनिया का सामना नहीं कर सकते। मुंबई हमले के दौरान आठ लोग आए और घटना को अंजाम दिया था पर इसके लिए आप पूरे देश पर धावा नहीं बोल सकते।
पित्रोदा के बयान पर मचे बवाल के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उनकी टिप्पणी से किनारा करते हुए कहा कि कांग्रेस पहले ही साफ कर चुकी है कि पुलवामा आतंकी हमला मोदी सरकार की गंभीर सुरक्षा नाकामी थी। जबकि बालाकोट में आतंकी ठिकाने पर एयरस्ट्राइक भारतीय वायुसेना के पराक्रम का एक और सबूत है और जैश-ए-मुहम्मद व लश्करे तोयबा जैसे पाकिस्तानी आतंकी संगठन अपने दुष्ट मंसूबांे में कभी कामयाब नहीं होंगे।
सुरजेवाला ने कहा कि एक निजी बयान के सहारे पीएम मोदी और भाजपा हमारे सैनिकों की वीरता की आड़ में बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था की बदहाली और खामियों से भरे जीएसटी की नाकामी को नहीं छुपा सकते। सियासी बवाल बढ़ा तो पित्रोदा ने भी सफाई देते हुए कहा कि पीएम की प्रतिक्रिया से वे हैरान हैं। एक नागरिक के तौर पर यह जानने के हकदार हैं कि क्या हुआ था और मैं यह बात कांग्रेस पार्टी की तरफ से नहीं बोल रहा हूं। पित्रोदा ने कहा कि एक नागरिक के सहज सवाल को विवाद का विषय बनाना समझ से परे है।