साभार: जागरण समाचार
पिछले कई दिनों से नियंत्रण रेखा पर की जा रही भारी गोलाबारी का जवाब देते हुए भारत ने शुक्रवार को पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाया। जम्मू की अखनूर तहसील के केरी बट्टल सेक्टर में भारत की जवाबी
कार्रवाई में दो पाकिस्तानी अफसरों समेत 12 सैनिकों के मारे जाने की सूचना है।
वहीं, पाकिस्तान की छह चौकियां तबाह हुई हैं और करीब 23 जवान घायल हैं। जानकारी के अनुसार सीमा पार पाकिस्तानी सैनिकों के शव उठाने के लिए उनके दो एमआइ-17 हेलीकाप्टरोंने दो चक्कर भी लगाए हैं। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे पहले होली के दिन गुरुवार दोपहर 2:45 बजे पाकिस्तान ने अखनूर के केरी बट्टल के साथ राजौरी के नौशहर सेक्टर के कलाल और देंग इलाके में गोले दागे।
पाकिस्तान केरी बट्टल को पिछले काफी समय से निशाना बना रहा है। इस गोलाबारी के दौरान केरी बट्टल में भारतीय चौकी के पास मोर्टार फटने से राइफलमैन शहीद हो गए थे। शहीद भारतीय जवान की पहचान आठ जेकलाई के राइफलमैन 24 वर्षीय यशपाल निवासी, गांव मानतलाई, चनौनी, जिला ऊधमपुर (जम्मू कश्मीर) के रूप में हुई है। यशपाल छह साल पहले 17 मार्च 2013 को सेना में राइफलमैन के रूप में भर्ती हुए थे। वहीं, छह महीने पहले ही उनकी शादी हुई थी। गुरुवार रात को शांत रहने के बाद शुक्रवार दोपहर को पाकिस्तान ने राजौरी के नौशहरा में गोले दागे।
इसके बाद पुंछ जिले के मेंढर में दोपहर पौने चार बजे से लेकर शाम पांच बजे तक गोले दागे। इसमें तीन और जवान घायल हो गए। इनकी पहचान पवन कुमार, रविंद्र सिंह और अरुण कुमार के रूप में हुई है।
जम्मू के पीआरओ डिफेंस लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा कि पाकिस्तानी सेना ने सुंदरबनी, नौशहरा और मेंढर में गोलाबारी की है। भारतीय जवान भी इसका कड़ा जवाब दे रहे हैं। बता दें कि पाकिस्तानी सेना ने 2019 में अब तक नियंत्रण रेखा पर 110 से अधिक बार संघर्ष विराम का उल्लंघन किया है।