Thursday, September 14, 2017

बलात्कार के दोषी गुरमीत को भगाने की साजिश में पंजाब और राजस्थान पुलिस के जवान भी शामिल

साभार: जागरण समाचार 
दुष्कर्म मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद राम रहीम को पंचकूला कोर्ट के बाहर से भगाने की साजिश में पंजाब और हरियाणा के पुलिस कर्मचारी ही शामिल नहीं थे, बल्कि राजस्थान और चंडीगढ़ के पुलिसकर्मियों भी इसमें
संलिप्त थे। यह सभी कमांडो डेरा प्रमुख की सुरक्षा में तैनात थे। 
हरियाणा पुलिस को सूचना मिली कि डेरा प्रमुख को पंचकूला कोर्ट से भगाने की साजिश में राजस्थान और चंडीगढ़ पुलिस का एक-एक कर्मचारी शामिल था। हरियाणा पुलिस ने इन दोनों कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी कर ली।
पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के अनुसार पंजाब पुलिस के आठ कमांडो ने डेरा प्रमुख को भगाने का प्रयास किया था, जिनमें से तीन कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें से एक रिमांड पर है और दो को न्यायिक हिरासत में भेजा जा चुका है। बाकी बचे पांच पुलिस कर्मियों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया है।
डीजीपी संधू ने बताया कि हरियाणा सरकार ने साजिश में शामिल अपने पांच पुलिस कर्मियों को पहले ही सस्पेंड कर लिया है। यह सभी कर्मचारी उसके सुरक्षा कमांडो दस्ते में शामिल थे। डीजीपी ने बताया कि हरियाणा पुलिस डेरा प्रकरण में अपनी जांच का दायरा अब बढ़ाने जा रही है। इसके तहत हरियाणा के अलावा आसपास के अन्य राज्यों में भी जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा, ताकि इस मामले में अधिक और मजबूत सबूत हाथ लग सकें।
बाबा के काफिले की 65 लग्जरी गाड़ियां जब्त: हरियाणा पुलिस द्वारा डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के काफिले में शामिल करीब 170 लग्जरी गाड़ियों में से 65 गाड़ियों को जब्त किया जा चुका है। काफिले में शामिल अन्य गाड़ियों के मालिक फरार हैं। पुलिस द्वारा उनको नोटिस भेजा जा रहा है। बता दें कि गत 25 अगस्त को साध्वी यौन शोषण मामले में पंचकूला पेशी के समय गुरमीत राम रहीम की केवल पांच गाड़ियों को ही प्रवेश की इजाजत थी। इसके बावजूद 170 गाड़ियों का काफिला पंचकूला में घुस गया था। यह गाड़ियां कहां की थी और उनके मालिक कौन हैं, पुलिस इनका सारा रिकार्ड खंगाल रही है। पंचकूला हिंसा के बाद कार्रवाई करते हुए अब तक हरियाणा पुलिस ने पांच दर्जन से अधिक गाड़ियों को अपने कब्जे में ले लिया। जब्त गाड़ियों के मालिक यदि नहीं आते और वे पुलिस के सवालों का सही ढंग से जवाब नहीं देते तो इन गाड़ियों को अदालती प्रक्रिया में शामिल किया जाएगा। हालांकि सैकड़ों गाड़ियां ऐसी हैं, जिन्हें बीच में ही छोड़ दिया गया है, ताकि पुलिस की कार्रवाई से बचा जा सके। पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के अनुसार जिन गाड़ियों को कब्जे में लिया गया है, उनमें अधिकतर लग्जरी हैं। बाकी गाड़ियों के मालिकों को पुलिस द्वारा उनको नोटिस भेजे जा रहे हैं