साभार: भास्कर समाचार
बैंक अकाउंट, पैन और मोबाइल नंबर के बाद अब ड्राइविंग लाइसेंस को भी आधार कार्ड से लिंक करना होगा। केंद्र सरकार ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। मकसद, देश में नकली ड्राइविंग लाइसेंस को खत्म करना और
अपराध को रोकना है। इसकी जानकारी केंद्रीय आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने शुक्रवार को दी। बताया कि कि इस बारे में उन्होंने परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से भी बात की है। रविशंकर प्रसाद डिजिटल हरियाणा समिट में बोल रहे थे। ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से लिंक करने के लिए देश के परिवहन कार्यालयों के सिस्टम को आधार सिस्टम से जोड़ा जाएगा।
यह काम 1 साल में शुरू किया जाएगा। वहीं, केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक सरकार यह भी सोच रही है कि अगर किसी व्यक्ति का चालान हुआ है और उसने इसे नहीं चुकाया तो उसके खाते से यह पैसा सीधे परिवहन विभाग को चला जाए। हालांकि इससे पहले दो कदम उठाने की भी बात की जा रही है। पहला, इस तरह के नोटिस उन्हीं सड़कों के लिए हो, जहां पर सीसीटीवी लगे हों। ताकि संबंधित व्यक्ति को नियम उल्लंघन की तस्वीर भी भेजी जा सके। दूसरा, अगर सीसीटीवी नहीं है तो ट्रैफिक लाइट पर खड़ा सिपाही या परिवहन विभाग का कर्मचारी सड़क पर नियम उल्लंघन की फोटो खींचकर प्रमाण के तौर पर चालान के साथ अटैच करे। परिवहन मंत्रालय देश के व्यस्त राजमार्गों को सीसीटीवी से लैस करने के लिए राज्यों के साथ बातचीत कर रहा है। इसके अलावा ड्राइविंग लाइसेंस को आधार से जोड़ने की प्रक्रिया भी दो चरणों में पूरी होगी। पहला, नए लाइसेंस बिना आधार नंबर के नहीं बनाए जाएंगे। दूसरा, एक निश्चित अवधि में पुराने लाइसेंस को आधार से लिंक किया जाएगा।
आधारलिंक होने से ये फायदे होंगे:
आधारलिंक होने से ये फायदे होंगे:
- सड़क नियम का उल्लंघन करने वाला कोई भी व्यक्ति एक जगह अपराध करने के बाद दूसरे नाम से कहीं लाइसेंस नहीं बनवा पाएगा।
- अगर कहीं पर कोई दुर्घटना होती है तो पीड़ित की पहचान की जा सकेगी। यदि किसी ने मेडिकल इंश्योरेंस लिया होगा तो दुर्घटना की स्थिति में उसे तत्काल उसका लाभ मिल पाएगा।
इस तरह अकाउंट से कटेगा पैसा: व्यक्ति के मोबाइल पर अकाउंट से पैसा कटने से पहले मैसेज आएगा। आपत्ति है तो व्यक्ति केंद्रीयकृत नंबर या वेबसाइट पर शिकायत दर्ज करा पाएगा। बैंक के पास भी चालान का नोटिफिकेशन जाएगा। फिर बैंक व्यक्ति को नोटिफिकेशन भेजकर इस बारे में पूछेगा कि उसके अकाउंट से पैसा काटा जाए या नहीं।