साभार: भास्कर समाचार
हरियाणा पुलिस हनीप्रीत को जल्द गिरफ्तार कर लेगी। यदि वह पकड़ में नहीं अाई तो उसे भगोड़ा घोषित किया जाएगा। इसके साथ डेरा प्रवक्ता आदित्य इंसां और पवन इंसां की भी जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। इन तीनों की
निजी प्राॅपर्टी भी अटैच की जाएगी। यह बातें प्रदेश के डीजीपी बीएस संधू ने शनिवार को सिरसा में कहीं। वह डेरे पर हुई कार्रवाई की समीक्षा करने पहुंचे थे। डीजीपी ने कहा कि हनीप्रीत पर इनाम घोषित करने की कानूनी प्रक्रिया भी जारी है। हनीप्रीत की गिरफ्तारी में पुलिस की हो रही किरकिरी के बारे में पूछे गए सवाल पर डीजीपी ने कहा कि कुछ हाईप्रोफाइल मामले ऐसे हो जाते हैं, जिसमें आरोपी को काबू करने में कुछ समय लग जाता है। हनीप्रीत को लेकर इंटरनेशनल लेवल पर अलर्ट जारी किया गया है। हम डेरा बाबा से भी पूछताछ करेंगे। हनीप्रीत को बीती 25 अगस्त को ही पुलिस ने क्यों नहीं पकड़ा? इस सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि उस वक्त हनीप्रीत के खिलाफ कोई भी केस दर्ज नहीं था। इसलिए पुलिस ने से नहीं पकड़ा। पंचकूला में हुई हिंसा और आगजनी के मामले में जब पुलिस ने सुरेंद्र धीमान को काबू किया तो उसके खुलासे के आधार पर हनीप्रीत पर केस दर्ज किया गया।
हनीप्रीत के डेरे आने के सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा कि हनीप्रीत बीती 26 अगस्त तक डेरा सिरसा मुख्याल में रुकी लेकिन उसके बाद वह डेरा से निकल गई। कर्फ्यू लगा होने के वावजूद हनीप्रीत की फरारी पर पूछे गए सवाल पर डीजीपी ने कहा कि सुरक्षा बलों का ध्यान शहर की सुरक्षा की तरफ ज्यादा था, इस वजह से डेरे के पिछले रास्ते खुले हुए थे, वहां पुलिस फोर्स भी के बराबर ही थी, संभवतया इसी का फायदा उठाते हुए हनीप्रीत फरार होने में कामयाब हो गई।
अब तक 1100 लोग हो चुके हैं गिरफ्तार: डीजीपी ने कहा कि डेरा प्रकरण में हुई हिंसा को लेकर पुलिस द्वारा की जा रही जांच सही दिशा में चल रही है और सबूतों के आधार पर गिरफ्तारियां भी की जा रही है। अब तक 1100 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सिरसा में कुल 44 लोगों की गिरफ्तारी हुई है जिनका उपद्रव में शामिल होना पाया गया है। इसके अलावा पुलिस ने पंचकूला में हुई हिंसा में शामिल 43 लोगों की सूची भी जारी की है। उनमें से तीन मोस्ट वांटेड हनीप्रीत, आदित्य इंसां और पवन इंसां की सरगर्मी से तलाश की जा रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस पर किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं है और स्वतंत्र रूप से पुलिस जांच को आगे बढ़ा रही है।
राजस्थान पुलिस नहीं कर रही वहां के डेरे पर कार्रवाई: राजस्थान में हनीप्रीत के पहुंचने की सूचना पर डीजीपी बीएस संधू ने कहा कि कहीं कहीं राजस्थान पुलिस हनीप्रीत की मदद कर रही है। आशंका कि राजस्थान पुलिस के कुछ जवान उसका साथ दे रहे हैं। प्रैसवार्ता के दौरान संधू ने राजस्थान के हनुमानगढ़ में अपने रिश्तेदारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हनीप्रीत की सिक्योरिटी में हरियाणा पुलिस का कोई भी पुलिस कर्मचारी नहीं है। राजस्थान पुलिस हनीप्रीत को बचाने में कहीं कही मदद कर रही उन्होंने पंचकूला में राजस्थान पुलिस के जवान को नोटिस दिए जाने का हवाला भी दिया। उन्होंने कहा कि गुरूसर मोडिया स्थित डेरा राजस्थान में है और वहां की कार्रवाई राजस्थान पुलिस की बनती है। गुरूसर मोडिया में सर्च ऑपरेशन के दौरान मौजूदा जेड सिक्योरिटी के जवानों में हरियाणा पुलिस का कोई जवान शामिल नहीं था।