गुरुग्राम का रेयान इंटरनेशनल स्कूल में 8 सितंबर को 7 साल के छात्र प्रद्युम्न की हत्या के 9 दिन बाद सोमवार को स्कूल खुला। 1265 स्टूडेंट्स वाले स्कूल में करीब 250 बच्चे ही आए। वह भी डरे-सहमे। उनके साथ पेरेंट्स
भी थे। 45 छात्रों वाली प्रद्युम्न की कक्षा में मात्र 5 बच्चे ही पहुंचे। स्कूल गेट पर सादी वर्दी में पुलिस, स्कूल स्टॉफ मौजूद था। इस दौरान कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों के टीसी लेने भी पहुंचे। उनका कहना था कि अब वे अपने बच्चे को इस स्कूल में नहीं पढ़ाना चाहते। कुछ पेरेंट्स अपने बच्चों का डर दूर करने के लिए उन्हें कैम्पस में घुमाने भी लाए।
अब 23 को पेरेंट्स-टीचर्स मीटिंग, तब तक स्कूल बंद: इस बीच, प्रशासन ने 23 सितंबर को पेरेंट्स-टीचर मीटिंग बुलाई है। तब तक स्कूल को बंद रखा जाएगा। पीटीएम के बाद यह तय किया जाएगा कि स्कूल कब से शुरू किया जाए। उधर, राज्य सरकार ने सोमवार को प्रद्युम्न हत्याकांड की सीबीआई जांच की सिफारिश के लिए केंद्र को पत्र भेज दिया।
पिता बोले- सबूतों से छेड़छाड़ हो सकती है: प्रद्युम्न के पिता वरुण ठाकुर ने कहा कि स्कूल को सीबीआई जांच होने तक बंद रखा जाए। स्कूल शुरू हो जाने से सबूतों के साथ छेड़छाड़ हो सकती है।
कोर्ट में कंडक्टर बोला- मुझे फंसाया गया: इस केस में गिरफ्तार किए गए आरोपी कंडक्टर अशोक, रेयान स्कूल के नॉर्थ जोन हेड और एक कोऑर्डिनेटर को गुड़गांव की पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया। अशोक ने कोर्ट में खुद को बेगुनाह बताया है। उसने कहा, 'पुलिस ने मारपीट कर गुनाह कुबूल कराया है। मैं निर्दोष हूं। मुझे फंसाया जा रहा है।, तीनों आरोपियों को 29 तक भोंडसी जेल भेज दिया है।