साभार: जागरण समाचार
डेरा सच्चा सौदा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह और पत्रकार रामचंद्र छत्रपति की हत्याओं के मामले खट्टा सिंह की पुन: गवाही का बचाव पक्ष ने विरोध किया, जबकि सीबीआइ ने अपनी सहमति दे दी। दोनों पक्षों के जबाव दायर
करने के बाद विशेष सीबीआइ अदालत द्वारा अब 25 सितंबर को खट्टा सिंह की पुन: गवाही पर फैसला सुनाएगी।
रणजीत मर्डर केस की अगली सुनवाई भी 25 सितंबर को होगी, जबकि पत्रकार छत्रपति मर्डर मामले की सुनवाई 27 अक्टूबर को होगी। गुरमीत राम रहीम के वकील विशाल गर्ग ने बताया कि आज रणजीत मर्डर मामले में बहस हुई है, लेकिन पत्रकार छत्रपति हत्या मामले में बहस शुरू नहीं हो पाई। विशाल गर्ग ने बताया कि इन दोनों मामलों में सात अभियुक्तों द्वारा दोनों मामलों में फिर से जांच कराए जाने की अपील पर भी अगली सुनवाई पर बहस होगी। उधर, खट्टा सिंह के वकील नवकिरण सिंह ने बताया कि उम्मीद है कि कोर्ट द्वारा खट्टा सिंह को सच सामने लाने के लिए मौका दिया जाएगा। सीबीआइ के वकील एचपीएस वर्मा ने बताया कि खट्टा सिंह की दोबारा गवाही पर हमें कोई ऐतराज नहीं है।
अंशुल छत्रपति भी पहुंचे कोर्ट में: पत्रकार रामचंद्र छत्रपति के बेटे अंशुल छत्रपति भी शुक्रवार को सीबीआइ कोर्ट में पहुंचे थे। अंशुल ने बताया कि उनके पिता की हत्या मामले में 27 अक्टूबर को बहस होनी है। खट्टा सिंह की गवाही से उनका केस और मजबूत होगा। उन्होंने बताया कि इस मामले में कुछ नई याचिकाएं लगाई गई हैं, जिस कारण एक महीने की तिथि बढ़ाई गई है।
पैसों के लिए बदला खट्टा सिंह: एक अभियुक्त कृष्ण लाल ने पत्रकारों से बातचीत में खट्टा सिंह की ओर से इशारा करते हुए कहा कि यह आदमी पैसों के लिए छह बार बदल गया, उसका कोई क्या भरोसा करेगा। जब जो पैसा देगा है, वैसे बोलना शुरू कर देता है। हमने कोई मर्डर नहीं किया। हमें हनीप्रीत या विश्वास गुप्ता के बारे में कुछ नहीं पता। हमारी अभी भी डेरे में आस्था है।