साभार: भास्कर समाचार
हरियाणा स्टाफ सिलेक्टशन कमीशन (एचएसएससी) की ओर से रविवार को हुई कंडक्टर पद की भर्ती रद्द हाे सकती है। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं। पुलिस का कहना है कि पेपर लीक हो चुका था। पेपर लीक करने के
आरोप में दोनों आरोपियों को पुलिस ने सोमवार को अदालत में पेश किया, जहां से मुख्य आरोपी को तीन दिन और दूसरे आरोपी को एक दिन की पुलिस रिमांड पर सौंप दिया गया। रविवार को सायंकालीन सत्र में 23 परीक्षा केंद्रों में 6061 परीक्षार्थी कंडक्टर पद के लिए परीक्षा दे रहे थे। परीक्षा निष्पक्ष एवं सुरक्षित आयोजित कराने के लिए एचएसएससी ने बालाजी सिक्योरिटी सर्विस को जिम्मेदारी दी थी। इस सिक्योरिटी सर्विस ने परीक्षाओं में मोबाइल फोन का इस्तेमाल पर रोक लगाने के लिए प्रत्येक परीक्षा केंद्र में जैमर लगाए थे। इसी जैमर को जांचने की बात कहकर आरोपी धर्मेंद्र बल्लभगढ़ स्थित रावल कान्वेंट स्कूल के परीक्षा केंद्र में घुसा। उसने परीक्षा केंद्र के प्रवेश द्वार पर तैनात पुलिस अधिकारियों को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का परिचय पत्र दिखाते हुए केंद्र में घुसा और कहा कि वह केंद्र में लगे मोबाइल जैमर जांचने के स्टाफ से है। धर्मेंद्र ने केंद्र में जाकर अपने साथी परीक्षार्थी जींद निवासी कर्मजीत से प्रश्न पत्र लिया और उसके स्थान पर उसे खाली शीट पकड़ा दी। स्टाफ ने जब धर्मेंद्र की संदिग्ध स्थिति देखी तो पुलिस को शिकायत की। पुलिस ने जब तक धर्मेंद्र को पकड़ा तब तक उसके फोन से प्रश्न पत्र वाट्सएप द्वारा रोहतक के एक मोबाइल नंबर पर जा चुका था। पुलिस सूत्रों की मानें तो रोहतक से धर्मेंद्र के मोबाइल पर प्रश्नपत्र के उत्तर भी आने शुरू हो गए थे। पुलिस ने दोनों आरोपियों के खिलाफ फर्जी सरकारी कर्मचारी बनकर धोखाधड़ी करने कागजों में हेराफेरी करने का मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। प्रश्न पत्र लीक होने से प्रदेश भर में हुई सायंकालीन परीक्षा रद्द हो सकती है। फरीदाबाद के डीसीपी विष्णु दयाल शर्मा ने बताया कि दोनों आरोपियों की निशानदेही पर रोहतक में उन लोगों को पकड़ने के लिए पुलिस टीम भेज दी गई है जिनके मोबाइल फोन पर प्रश्नपत्र भेजा गया था।
रोहतक की एकेडमी ने फर्जी जैमर चेकर कार्ड बनाकर आईबी स्कूल में भेजा था युवक, अांसर की देने के लिए एडवांस लिए थे दो लाख: कंडक्टर का पेपर लीक करने का प्रयास एक बड़े गिरोह की साजिश था। यह गिरोह राजस्थान के जोधपुर, रोहतक, जींद से आॅपरेट हाे रहा है। आर्य स्कूल में पकड़े गए युवक से खुलासा हुआ है कि उसका फर्जी जैमर चेकर का कार्ड रोहतक की कोचिंग एकेडमी ने बनाया था। उसको पेपर का फोटो एकेडमी में बैठे माफिया को भेजना था। वह इसे जोधपुर से हल कराकर दोबारा उसको वापस भेज देता। आईबी स्कूल में पकड़े गए फर्जी जैमर चेकर का इरादा पेपर की फोटो जींद बैठे अपने आकाओं को भेजना था। उसके बाद वह पेपर की फोटो उन परीक्षार्थियों को भेजते जिनसे उन्होंने पैसे लिए थे। पुलिस ने तीनों को तीन दिन के रिमांड पर लिया है। बस स्टैंड पुलिस चौकी इंचार्ज राजेश कुमार ने बताया कि पुलिस की गिरफ्त में आए युवक ने रोहतक की एक कोचिंग अकेडमी के बारे में बताया है। एक अकेडमी जोधपुर में भी है। गिरोह को पकड़ने के लिए पुलिस की टीम जल्द रोहतक, जींद, सोनीपत जोधपुर जाएगी। मुख्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस की गिरफ्त में आर्य स्कूल से आए विकास जसराना गांव निवासी परमजीत ने बताया कि उसके बड़े भाई परमजीत का कंडक्टर का एग्जाम था। उसको पेपर की आंसर की देने वाले रोहतक की कोचिंग अकेडमी के मुखिया के बारे में पता चला था। पेपर क्लीयर कराने को उससे एडवांस में 2 लाख रुपए लिए थे। उसको एकेडमी से गुड़गांव की बालाजी सिक्योरिटी एजेंसी का जैमर चेकर का कार्ड बनाया था। परीक्षा केंद्र में जाकर 10 मिनट पहले पेपर की फोटो रोहतक अकेडमी में वाट्सएप से भेजनी थी। उसके बाद पेपर जोधपुर से हल होकर उसके पास अंसर सीट का मैसेज आना था। यहीं आंसर सीट वह अपने भाई विकास को देता जिसका पेपर था। इधर, यमुनानगर में ही नहीं अम्बाला में एचएसएससी पेपर लीक की साजिश थी। यह बात आरोपियों से पूछताछ में हुई है। इसको लेकर अम्बाला में भी एसआईटी बनाई गई है। अब तक एसआईटी जांच में कहां तक पहुंची, इसकी रिपोर्ट आज एडीजीपी अम्बाला रेंज डॉ. आरसी मिश्रा लेंगे। दोनों जिलों की एसआईटी की मीटिंग अम्बाला में आज होगी।