साभार: भास्कर समाचार
सरकारी नौकरियों की परीक्षाओं के पेपर लीक कर या फिर किसी तरह सेटिंग करा कर पास करने वाला गिरोह हरियाणा ही नहीं दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और राजस्थान में भी सक्रिय हैं। वहां पर भी ये इस तरह की घटनाओं
का अंजाम दे चुके हैं। यह खुलासा पुलिस को आरोपियों के मोबाइलों से हुआ है। कंडक्टर पेपर लीक की साजिश में पकड़े गए कपिल के मोबाइल से पुलिस को दिल्ली के सब इंस्पेक्टर के परीक्षा के एडमिट कार्ड तो मिले ही हैं साथ ही वाट्सएप पर सेटिंग कराने की बात भी हुई थी। हालांकि पुलिस ने कपिल और धर्मेंद्र के मोबाइल की जांच के लिए गुड़गांव साइबर सेल का सहयोग लिया है। वहां से रिपोर्ट आने के बाद पूरा मामला खुल पाएगा। इसी तरह आबकारी एवं कराधान विभाग के इंस्पेक्टर के लिए पेपर को लीक कराने के आरोप में पकड़े गए रोहतक निवासी सतीश के मोबाइल से राजस्थान तक के तार जुड़े सामने आए हैं। इसके लिए पुलिस राजस्थान के झूंझनू में भी आरोपी सतीश को लेकर जाने की बात कह रही है। उधर, पेपर लीक के दोनों मामलों को लेकर एसआईटी में सीआईए वन को भी जोड़ा गया है। डीएसपी बिलासपुर एसआईटी इंचार्ज हैं। कंडक्टर और इंस्पेक्टर पेपर लीक केस में एक ही गिरोह हो सकता है। हालांकि अभी तक पुलिस कंडक्टर पेपर केस मेें सतीश का हाथ होने से इंकार कर रही है। वहीं एसपी राजेश कालिया का कहना है कि यह बड़ा गिरोह है। इसमें कई खुलासे जांच पूरी होने और आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद होंगे।
यूनिवर्सिटी में भी गिरोह की बताई जा रही अच्छी सेटिंग: पुलिस सूत्रों की माने तो पेपर लीक कराने के गिरोह की कई यूनिवर्सिटी में भी अच्छी सेटिंग है। वहां पर भी ये स्टूडेंट्स को पास कराने, मार्कशीट बनवाने सहित अन्य काम कराने के बदले मोटी रकम वसूलते हैं। पुलिस के अनुसार कैथल निवासी संजय ने महिला पुलिस कर्मी प्रीति की यूनिवर्सिटी से मार्कशीट बनवाने में हेल्प की थी। यहीं से वह उसे जानती थी। बता दें महिला पुलिस कर्मी ने अपने देवर के कंडक्टर के पेपर में हेल्प कराने के लिए संजय से संपर्क किया था और संजय ने उसे कपिल का नंबर दिया था। इसके बाद छह लाख रुपए में सेटिंग हुई थी। तीन लाख रुपए एडवांस में दे दिए थे। काम होने पर प्रीति ने पुलिस को सूचना देकर उन्हें पकड़वा दिया था। पुलिस के अनुसार आरोपी संजय जम्मू में रहता है। वहीं से वह पेपर में सेटिंग कराने या फिर लीक कराने की साजिश करता रहता है।
सतीश को लेकर पुलिस ने कई जगह की छापेमारी: सीआईए वन के इंचार्ज इंस्पेक्टर नरेंद्र राणा अपनी टीम सहित आरोपी सतीश को लेकर प्रदेश के कई जिलों में छापेमारी करने गई है। पंचकूला से पुलिस को सतीश के कमरे से उसका मोबाइल अन्य दस्तावेज रिकवर करने हैं। वहीं उसके अन्य साथियों की तलाश में पुलिस सोनीपत, रोहतक, गुडग़ांव, हिसार और राजस्थान जाएगी। बताया जा रहा है कि पुलिस ने इस दौरान उसके कुछ साथियों को हिरासत में भी लिया है, लेकिन पुलिस अभी इसकी पुष्टि नहीं कर रही है।