इराक के प्रधानमंत्री हैदर अल-अबादी ने कहा है कि वे पड़ोसी देशों में आतंकी ठिकानों पर हमले करने से नहीं हिचकिचाएंगे। इराक ने पिछले महीने सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हमले किए थे। अबादी कुर्द बहुल शहर
सुलेमानिया में एक प्रेस कांफ्रेंस में बोल रहे थे। अबादी ने कहा कि दूसरे देशों की संप्रभुता का सम्मान करता हूं। उन्होंने बताया कि सीरिया में आतंकी ठिकानों पर हमले के लिए सीरिया ने इजाजत दे रखी है। सीरिया और इराक के बड़े हिस्से पर आतंकी संगठन आईएस ने कब्जा कर उसे खलीफा का राज घोषित कर रखा है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इससे पहले इराकी प्रधानमंत्री ने अमेरिकन यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित सुलेमानी फोरम का उद्घाटन किया। उन्होंने आईएस के खिलाफ सहयोग देने के लिए कुर्द सेना पेशमर्गा और इराकी सेना के मेलजोल की तारीफ की। उन्होंने कहा, 'हम एक इराकी सेना कायम करने की कोशिश कर रहे हैं। किसी राजनीतिक दल या समुदाय की अलग सेना नहीं होनी चाहिए।'
आईएस के आने के बाद से हम एकजुट हुए: इराकी पीएम अबादी ने कहा किसी समय बगदाद और कुर्दिस्तान एक दूसरे से कटे हुए थे। कुर्द और इराकी सेनाएं आपस में लड़ती रहती थीं। लेकिन आतंकी संगठन आईएस के आगमन ने हमें एकजुट कर दिया। हम पेशमर्गा और इराकी सेना मिल कर आतंकियों से मुकाबला कर रहे हैं।
विकेंद्रीकृत होगी सरकार: अबादी ने विकेंद्रीकृत सरकार बनाने का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि पहले के उलट केंद्र केवल सहयोगी की भूमिका निभाए। उन्होंने कहा कि मोसुल के लोग मोसुल पर शासन करें, इसी तरह इरबिल और बसरा के लोग अपने अपने इलाकों पर शासन करें। इराकी सरकार उन्हें डराने के लिए राज करे।
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साभार: भास्कर समाचार
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