मलिक गुट के सोमवार को दिल्ली कूच के मद्देनजर हरियाणा में हाईअलर्ट घोषित कर िदया गया है। संवेदनशील जिलों में सेना भी बुला ली गई है। सरकार की सख्त हिदायत है कि रेल-रोड यातायात बाधित करने
जान-माल को नुकसान पहुंचाने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इसी के साथ 8 जिलों में शनिवार आधी रात से इंटरनेट सेवाएं बंद कर धारा-144 लगा दी गई है। कई शहरों में शराब िब्रकी भी रोक दी गई है। सरकार की कोशिश है कि ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को हाईवे या मुख्य मार्गों पर आने ही दिया जाए। वहीं, मलिक गुट दिल्ली बाॅर्डर के 2-3 किमी क्षेत्र में ट्रांजिट कैंप बनाने की तैयारी में है। दिल्ली को 7 प्रमुख रास्तों से सोनीपत से नेशनल हाईवे, टिकरी बॉर्डर, गुड़गांव-फरीदाबाद, मुरादाबाद, मेरठ लोनी और सहारनपुर की तरफ से घेरने की योजना है। जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, 'अब सरकार से बात नहीं करेंगे। मुझे सीएम मनोहर लाल पर भरोसा नहीं। केंद्रीय मंत्रियों को शामिल करने पर ही बात होगी। पर 20 मार्च को दिल्ली कूच से पहले यह संभव नहीं लगता।' वहीं, गृह सचिव रामनिवास ने कहा कि प्रदेश में पैरामिलट्री की 125 कंपनी तैनात हैं। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए सेना से भी मदद मांगी है। किसी को भी कानून तोड़ने की इजाजत नहीं है।
आईडी दिखाने और वजह बताने पर ही मिलेगा प्रवेश: आपातकालीन वाहन, एंबुलेंस, स्कूल बस, परीक्षा या साक्षात्कार देने जा रहे अभ्यर्थी, दिल्ली में नौकरी करने वालों के अलावा रविवार रात 11 बजे के बाद दूसरे राज्यों से आने वाले वही लोग प्रवेश कर सकेंगे, जो दिल्ली के निवासी हैं। अन्य सभी को साक्ष्य के साथ पुलिस को वजह बतानी होगी, तभी प्रवेश मिलेगा।
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साभार: भास्कर समाचार
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