अमेरिका की ट्रम्प सरकार ने 8 मुस्लिम-बहुल देशों से रहे विमानों में यात्रियों पर ट्रैवल संबंधी नई पाबंदियां लगाई हैं। अब इन देशों से आने वाले यात्री मोबाइल फोन और स्मार्टफोन से बड़े आकार के इलेक्ट्रॉनिक सामान
कैबिन बैगेज के रूप में साथ नहीं ला सकेंगे। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। इस सामान में लैपटॉप, आईपैड, कैमरा, टैबलेट तथा पोर्टेबल गेम कंसोल भी शामिल हैं। यह सामान आम तौर पर यात्री अपने हाथ में लेकर चलते हैं तथा विमान में इनका उपयोग करते हैं। एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि मध्य पूर्व के आठ मुस्लिम बहुल देशों से आने वाले यात्रियों पर यह प्रतिबंध है। इनमें मध्य-पूर्व तथा उत्तर अफ्रीका के देश और तुर्की भी शामिल हैं। यह मंगलवार को भारतीय समयानुसार दोपहर 12:30 बजे से लागू हो गया। इन देशों से रोज करीब 50 उड़ानें अमेरिका आती हैं। कोई अमेरिकी विमान कंपनी सीधे इन देशों तक नहीं जाती है। अधिकारी ने बताया कि इंटेलिजेंस से मिली जानकारी के आधार पर यह प्रतिबंध लगाया जा रहा है। उन्होंने इसका ब्योरा देने से मना कर दिया। प्रतिबंध की जानकारी इससे प्रभावित होने वाली विमान कंपनियों से मिली है। इसके मुताबिक, मोबाइल फोन तथा जरूरी मेडिकल उपकरणों को प्रतिबंध के दायरे से बाहर रखा गया है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इससे पहले सात मुस्लिम बहुल देशों से लोगों के अमेरिका आने पर रोक लगाई थी। लेकिन कानूनी पचड़ों पर वह रोक अटक गई। हवाई यात्रा से संबंधित ताजा सूची में उनमें से कोई देश शामिल नहीं है।
ब्रिटेन ने भी रोक लगाई, कनाडा में विचार: अमेरिका की ही तरह ब्रिटेन ने भी अपने यहां आने वाले यात्रियों को कैबिन बैगेज में इलेक्ट्रॉनिक सामान लाने पर रोक लगा दी है। यह रोक फिलहाल तुर्की, लेबनान, जॉर्डन, मिस्र. ट्यूनीशिया और सऊदी अरब से आने वाले विमानों पर लागू होगी। यात्री केवल वही मोबाइल फोन अपने साथ रख सकेंगे जो सामान्य आकार के हों। कनाडा भी इसी तरह की रोक पर विचार कर रहा है।
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साभार: भास्कर समाचार
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