हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड अपने अधीन कर्मचारियों और शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को दिए जाने वाले मानदेय व नियमित भत्तों (डेली अलाउंस) में भेदभाव कर रहा है। शिक्षक इस मामले को कई बार बोर्ड के समक्ष
उठा चुके हैं, लेकिन बोर्ड की ओर से केवल आश्वासन मिलता है। सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार बोर्ड की ओर से शिक्षा विभाग के कर्मचारियों (लेक्चरर से लेकर बीईओ तक) को नियमित भत्तों के रूप में महज 40 रुपये दिए जा रहे हैं, जबकि बोर्ड कर्मियों को रैंक के अनुसार भत्ते दिए जा रहे हैं। इसके तहत बोर्ड के डाटा एंट्री आपरेटर को 200 और सहायक अधीक्षक को 250 रुपये रोजाना दिए जाते हैं। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं।
बता दें कि बोर्ड परीक्षाओं में मार्च 2014 में उड़नदस्ते में प्रवक्ता का मानदेय 90 रुपये प्रतिदिन था, जो आज भी इतना ही है। वहीं मार्च 2014 में उड़नदस्ता बोर्ड ड्यूटी में भूतपूर्व सैनिक को 150 रुपये प्रतिदिन मिलते थे, जिसे बढ़ाकर 350 रुपये प्रतिदिन कर दिया गया हैं।
चार साल से नहीं हुई वृद्धि: उड़नदस्ते में ड्यूटी देने वाले प्रवक्ताओं के मानदेय में चार साल से कोई वृद्धि नही हुई है। इसी प्रकार से संयोजक के रूप में प्रवक्ता का मानदेय 2014 से लेकर आज तक 120 रुपये प्रतिदिन है, लेकिन भूतपूर्व सैनिकों के संयोजक के रूप में मानदेय 400 रुपये है।
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साभार: जागरण समाचार
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