Monday, July 3, 2017

एक पेड़, हर हरियाणवी: जो जितने ज्यादा पेड़ लगाएगा, उतना ही बड़ा 'अवार्ड' देगी हरियाणा सरकार

हरियाणा में अब जो जितने ज्यादा पेड़ लगाएगा, उसे उतना ही बड़ा पुरस्कार मिलेगा। सरकार ने राज्य और जिला स्तर पर 3 करोड़ रुपए के 2500 से ज्यादा अवार्ड देने का फैसला किया है। अवाॅर्ड के लिए केवल एक ही
क्राइटेरिया रखा गया है कि कम से कम क्षेत्र में कितने ज्यादा पेड़ लगाए हैं और वे हरे-भरे (जीवित) भी हैं। इसके लिए सरकारी और प्राइवेट सेक्टर दोनों में ही प्रतियोगिता होगी। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। यहां तक किसान से लेकर रिहायशी कॉलोनियों में रहने वाले आम लोग तक व्यक्तिगत स्तर पर भी पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकेंगे। ये पुरस्कार अब हर साल दिए जाएंगे। अवाॅर्ड में 5100 से 51000 रुपए तक की राशि का प्रावधान रखा गया है। वन एवं वन्यजीव विभाग ने वृक्ष मित्र पुरस्कार योजना का विस्तार करते हुए इसे अब दीनदयाल उपाध्याय वृक्ष मित्र पुरस्कार के नाम से शुरू किया है।  
इसमें 2354 पुरस्कार जिला लेवल पर दिए जाएंगे। इनमें 1320 अवाॅर्ड संस्थाओं, विभागों आदि को और 1034 अवाॅर्ड व्यक्तिगत तौर पर मिलेंगे। इसी तरह राज्य स्तर पर 78 अवाॅर्ड दिए जाएंगे, जबकि 66 अवाॅर्ड व्यक्तिगत तौर पर और 112 अवाॅर्ड संस्थाओं को देने की योजना है। पर्यावरण संरक्षण मुहिम के तहत इस मानसून सीजन में राज्य की आबादी के बराबर 2.50 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है। गत 5 जून को फरीदाबाद में उद्योग एवं पर्यावरण मंत्री विपुल गोयल ने 'एक पेड़, हर हरियाणवी' के नाम शुरू किया जा चुका है। पौधे लगाने के साथ ही उसकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी व्यक्तिगत लेवल सौंपी जा रही है। उधर, वन विभाग के एसीएस सुनील कुमार गुलाटी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य प्रकृति के सच्चे संरक्षकों को खोजना और उन्हें प्रोत्साहित करना है। इसीलिए किसानों को भी इसमें शामिल किया गया है। उन्हें यह भी छूट दी गई है कि वे अपने खेत या फार्म पर ज्यादा से ज्यादा पड़े लगाएं। उन्हें वन क्षेत्र की परिभाषा से भी बाहर निकालने की कोशिश की गई ताकि ज्यादा पेड़ लगें। 
अवाॅर्ड के लिए यह मापदंडः 100 वर्गगज से कम, 100 से 250, 251 से 500, 501 से 1000 और 1000 वर्गगज से बड़े भूखंड पर बने सभी आवासीय, व्यावसायिक, संस्थानिक आदि परिसरों को पुरस्कार के योग्य माना जाएगा। इनमें जिस भी परिसर या भूखंड में सबसे ज्यादा पेड़ होंगे, वह पुरस्कार के लिए पात्र होगा। उसी पौधे को पेड़ माना जाएगा जिसकी लंबाई बेस से 1.37 मीटर और तने की मोटाई 30 सेंटीमीटर होनी चाहिए। जिस व्यक्ति, किसान, विभाग या संस्था को एक बार अवॉर्ड मिल गया तो वह अगले 3 साल तक अवाॅर्ड प्रतियोगिता में शामिल नहीं हो पाएगा। इसमें छोटे-बड़े किसान, सभी रेजिडेंट्स, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन, सरकारी और प्राइवेट यूनिवर्सिटी, जेल, नगर निगम, नगर परिषद, नगर पालिका, मार्केट कमेटी, ग्राम पंचायत, ऑफिस, डिफेंस एरिया, मंदिर, श्मशान, कब्रिस्तान, सरकारी और प्राइवेट ऑफिस, स्कूल, गुरुकुल, मदरसा कैंपस समेत सभी को प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिलेगा। इसके लिए संबंधित डीएफओ कार्यालय अथवा ऑनलाइन आवेदन भी किए जा सकेंगे।
Post published at www.nareshjangra.blogspot.com
साभार: भास्कर समाचार 
For getting Job-alerts and Education News, join our Facebook Group “EMPLOYMENT BULLETIN” by clicking HERE. Please like our Facebook Page HARSAMACHAR for other important updates from each and every field.