दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) में छात्रों से रूबरू होने पहुंचे गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने कहा कि जीवन में सपने देखना जरूरी होता है। आप सपने देखेंगे तो उसे पूरा करने के लिए प्रयास भी करेंगे और तभी सफल होंगे। आज की पीढ़ी पहले की पीढ़ी के मुकाबले जोखिम
लेने से कम घबराती है। यह पोस्ट आप नरेशजाँगङा डॉट ब्लागस्पाट डॉट कॉम के सौजन्य से पढ़ रहे हैं। उन्होंने छात्रों से कहा कि जीवन में आने वाले जोखिम से पीछे हटने के बजाय वह इसे अवसर की तरह देखें। खुद को री-इन्वेंट करने के लिए लगातार अवसरों की तलाश करते रहें। उन्होंने युवाओं से कहा कि उनके पास बहुत से विचार आते होंगे, उन पर बहस करने से बेहतर है कि उस पर अमल करें। यह संभव है कि एक बार में सफलता न मिले, लेकिन बाद में सफलता जरूर मिलती है। पिचाई ने क्रिकेट कमेंटेटर हर्षा भोगले से बातचीत के दौरान कहा कि एक ऐसा समय था जब उनके पास इंटरनेट नहीं था। उस समय वह किसी टॉफी की दुकान में एक बच्चे की तरह महसूस करते थे। छात्रों से सवाल-जवाब के सत्र में उन्होंने कहा गूगल बहुत मजेदार जगह है।
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साभार: जागरण समाचार
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