Sunday, April 21, 2019

PL (पर्सनल लोन) से सस्ते हैं ये विकल्प, देना पड़ेगा कम ब्याज

साभार: जागरण समाचार 
पैसों का काम पैसों से ही होता है और इसकी जरूरत किसी को भी, कभी भी हो सकती है। ऐसी जरूरतों के लिए लोन का सहारा लेना हर किसी को मुफीद जान पड़ता है। हालांकि लोन लेने की प्रक्रिया बोझिल तो होती ही है
साथ ही इस तरह के लोन पर अच्छा खासा ब्याज भी देना पड़ता है। हालांकि अगर आप सूझबूझ के साथ काम लें तो आपको पर्सनल लोन से सस्ते और फायदेमंद लोन के विकल्प मिल जाएंगे, जो कि आपकी जरूरत को पूरा करने में सक्षम होंगे। हम अपनी इस खबर के माध्यम से आपको इसकी जानकारी दे रहे हैं। हमने इस विषय पर ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के पंकज मठपाल से विस्तार से बात की है।
Personal Loan से सस्ते हैं ये विकल्प, देना पड़ेगा कम ब्याजपंकज मठपाल ने बताया कि पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन होता है और इसीलिए इस पर कर्ज लेने वालों को ज्यादा ब्याज देना पड़ता है और साथ ही लोन मिलेगा कि नहीं और यदि मिलेगा तो ब्याज दर क्या होगी यह काफी हद तक आपके व्यवसाय व आपके क्रेडिट स्कोर पर निर्भर करता है। ऐसे में आप अपनी जरूरतों के लिए इससे बेहतर विकल्पों को आजमा सकते हैं। जैसे कि....
लोन अगेंस्ट पीपीएफ: पीपीएफ एक ऐसा खाता है जिसे कोई भी व्यक्ति खुलवा सकता है। आप अपने पीपीएफ से जरूरत पड़ने पर लोन ले सकते हैं। आपको पीपीएफ से पैसे निकालने के लिए ज्यादा इंतजार भी नहीं करना होगा पीपीएफ के नियम के मुताबिक जिस साल वित्तीय वर्ष में अकाउंट खोला गया है उसके बाद तीसरे वित्तीय वर्ष से लेकर 5 साल वित्तीय वर्ष पूरे होने तक कोई भी फॉर्म डी के साथ पासबुक देकर लोन की अर्जी लगा सकता है।
लोन अगेंस्ट ईपीएफ: पर्सनल लोन के मुकाबले यह भी एक बेहतर विकल्प है। आप घर खरीदने और होम लोन की ईएमआई बकाया चुकाने के लिए ईपीएफ खाते में जमा रकम का 90 फीसद हिस्सा निकाल सकते हैं। इसके लिए आपका ईपीएफओ को तीन साल पुराना सदस्य होना जरुरी है। आप इस खाते से लोन अपनी, अपनी बहन, भाई या फिर बेटी की पढ़ाई, खुद की या बेटा एवं बेटी की शादी के लिए, इलाज के लिए, घर को खरीदने या फिर उसकी आउट स्टैंडिंग या बकाया राशि चुकाने के लिए ले सकते हैं। इसमें रीपेमेंट की समय अवधि 24 महीने की होती है। लोन का भुगतान या तो मासिक तौर पर या फिर लंप सम में किया जा सकता है।
लोन अगेंस्ट गोल्ड: यह भी पर्सनल लोन से बेहतर विकल्प है। इस स्कीम में सोने की ज्वैलरी गिरवी रखकर लोन लिया जा सकता है। लोन की राशि गिरवी रखे गए सोने की कीमत पर निर्भर करती है। आरबीआई के अनुसार, ज्वैलरी की सोने की कीमत का 75 फीसद तक लोन लिया जा सकता है। इसको सोने की शुद्धता को चेक करने और सोने की बाजार में कीमत की जानकारी के बाद तय किया जाता है। इस लोन के लिए अच्छे क्रेडिट स्कोर की जरूरत नहीं है। इस प्रक्रिया में बहुत कम पेपर वर्क होता है, जिसकी वजह से 5 मिनट से कम समय में लोन मिल सकता है।
लोन अगेंस्ट फिक्स्ड डिपॉजिट: फिक्स्ड डिपॉजिट पर भी लोन लेने की सुविधा मिलती है। सार्वजनिक क्षेत्र का सबसे बड़ा बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) अकाउंट के एवज में लोन लेने की सुविधा देता है। ऐसे ग्राहक जिनका एसबीआई बैंक में फिक्स्ड डिपॉजिट या स्पेशल फिक्स्ड डिपॉजिट अकाउंट खुला है वो इस सुविधा का फायदा उठा सकते हैं, इसके लिए उन्हें नजदीकी बैंक शाखा में जाना होगा। हालांकि, ऑनलाइन सुविधा केवल ओवरड्राफ्ट सुविधा तक ही सीमित है। डिमांड लोन के लिए ग्राहकों को एसबीआई की शाखा में जाना ही होगा। फिक्स्ड डिपॉजिट पर एसबीआई की लोन सुविधा के अंतर्गत ग्राहक अपने फिक्स्ड डिपॉजिट खाते में जमा राशि की 90 फीसद हिस्से के बराबर लोन ले सकते हैं। दूसरे सरकारी, गैर सरकारी बैंक व एनबीएफसी भी यह सुविधा देते है।
लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी: मठपाल ने बताया कि होम लोन पर भी लोन लेने की सुविधा मिलती है, इसे टॉप अप लोन कहा जाता है। मान लीजिए आपने 30 लाख रुपये की कीमत का घर लिया तो सामान्य तौर पर बैंक आपको इस पर 80 फीसद हिस्सा यानी 24 लाख का लोन ही जारी करेगा। बाकी की राशि आपको डाउन पेमेंट के जरिए देनी होगी। ऐसे में अगर समय बीतने के साथ अगर आपके घर की कीमत अगर 50 लाख हो जाती है जाए तो आपकी लोन एलिजबिलिटी भी बढ़ जाएगी और आप इस पर आसानी से और लोन ले सकते हैं। वहीं अगर आप अपने होम लोन की पूरी किश्त चुका देते हैं तो आप अपने घर को गिरवी रखकर लोन ले सकते हैं। जिसे लोन अगेंस्ट प्रॉपर्टी कहा जाता है।
लोन अगेंस्ट इंश्योरेंस: यह भी एक बेहतर विकल्प है। कुछ लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी (जीवन बीमा पॉलिसी) पर लोन लेने की सुविधा उपलब्ध होती है। यदि आपकी पॉलिसी में यह सुविधा है तो जिस बीमा कंपनी से पॉलिसी ली गई है उसी बीमा कंपनी से लोन मिल सकता है। मनी बैक प्लान व यूलिप में लोन की सुविधा नहीं होती हैं यूलिप पॉलिसी जो भी बैंक के पास गिरवी रखकर उसके अगेंस्ट लोन लिया जा सकता है। अगर आपके पास होम, गोल्ड या फिर एफडी आदि नहीं हैं और आपके पास जीवन बीमा पॉलिसी एक मुफीद विकल्प है। अधिकांश बैंक जीवन बीमा पॉलिसी पर लोन की सुविधा देते हैं।
म्युचुअल फंड पर लोन: म्युचुअल फंड में निवेश की गई राशि पर आप लोन भी ले सकते हैं। म्युचुअल फंड के एवज में कर्ज लेने के लिए, आपको फाइनेंसर (कर्जदाता) के साथ एक ऋण समझौता करना होगा, यानी आपको अपनी यूनिट गिरवी रखनी होगी। आपको लोन के रूप में मिलने वाली कर्ज राशि आपकी म्यूचुअल फंड यूनिट की मार्केट वैल्यू से हमेशा कम होती है। यह मार्जिन कहलाता है।