Sunday, April 21, 2019

प्रज्ञा ठाकुर ने कहा अयोध्या का विवादित ढांचा मैंने गिराया था, मुझे गर्व है: चुनाव आयोग ने थमाया नोटिस

साभार: जागरण समाचार 
भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर द्वारा अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने को लेकर दिए बयान पर चुनाव आयोग ने नोटिस जारी किया है। आयोग ने स्वत: संज्ञान लेते हुए विवादित बयान देने पर
साध्वी प्रज्ञा को आचार संहिता के उल्लंघन का यह दूसरा नोटिस दिया है।  
चुनाव आयोग ने अयोध्या मामले पर विवादित बयान देने पर साध्वी को थमाया दूसरा नोटिसचुनाव आयोग ने सभी राजनीतिक दलों का एक एडवाइजरी भी जारी की है, जिसमें कहा गया है कि बार-बार आचार संहिता के उल्लंघन पर कार्रवाई होगी। भोपाल से भाजपा प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने शनिवार को एक और विवादास्पद बयान दिया है। अयोध्या में विवादित ढांचा गिराए जाने को लेकर उन्होंने दावा किया कि मैं उसे तोड़ने गई थी। ढांचे पर चढ़कर उसे तोड़ा। इस पर मुझे गर्व है। ईश्वर ने मुझे अवसर और शक्ति दी थी, इसलिए मैंने यह काम कर दिया। मैंने देश का कलंक मिटाया था। अयोध्या का विवादित ढांचा गिराए जाने को लेकर साध्वी प्रज्ञा का यह बयान महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि भाजपा के सभी नेता सीधे तौर पर इसको लेकर कुछ भी कहने से बचते रहे हैं। गौरतलब है कि इससे पहले मुंबई हमले में शहीद हुई आइपीएस हेमंत करकरे को साध्वी ने देशद्रोही कहा था। बवाल मचा तो बोलीं-मेरे शब्दों से यदि दुश्मनों को फायदा होता है तो मैं बयान वापस लेती हूं।
जिन्होंने मुझे पीड़ा दी, उनसे माफी मंगवाएं: शहीद हेमंत करकरे पर दिए बयान को लेकर साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि मैं इस मामले में माफी मांग चुकी हूं। अब उन लोगों से भी माफी मंगवाई जाए, जिन्होंने मुझे नौ साल तक पीड़ा दी।
दिग्विजय का यू टर्न, बोले- हिंदू धर्म मेरी आस्था: दिग्विजय सिंह शनिवार दोपहर को पत्रकार वार्ता में कहा कि हिंदुत्व शब्द उनकी डिक्शनरी में नहीं है। इस पर भाजपा नेताओं और पदाधिकारियों ने पलटवार करना शुरू किया तो उन्होंने यू-टर्न लेते हुए ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि मेरा हिंदू धर्म मेरी आस्था है। इसलिए मैंने अपनी नर्मदा परिक्रमा का प्रचार नहीं किया। राघौगढ़ मंदिर की परंपराओं का कभी प्रचार नहीं किया। दशकों गोवर्धन परिक्रमा और पंढरपुर दर्शन का प्रचार नहीं किया। भाजपा के लोग कब से मेरे और ईश्वर के बीच आ गए और सर्टिफिकेट देने वाले एजेंट बन गए। आगे उन्होंने लिखा कि संघ का हिंदुत्व जोड़ता नहीं, तोड़ता है। धर्म का राजनैतिक अपहरण मैं कभी नहीं होने दूंगा। हमारे लिए हिंदू धर्म आस्था का विषय है। भगवान से हमारा निजी रिश्ता है। मैं हिंदू धर्म को मानता हूं। जो हजारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आता है। मैं अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करूंगा, जो केवल और केवल राजनीतिक सत्ता पाने के लिए संघ का षड्यंत्र है।
धिक्कार है ऐसे राष्ट्रवाद पर, जो शहीद को देशद्रोही करार दे - सिंधिया: शिवपुरी में नामांकन दाखिल करने के दौरान कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने साध्वी प्रज्ञा के बयान को लेकर कहा कि ये भाजपा का असली चेहरा है। वह शहीद को देशद्रोही कह रहे हैं। ऐसे राष्ट्रवाद पर धिक्कार है, जो शहीद को देशद्रोही करार दे। ये कैसा राष्ट्रवाद है, जिसमें उन्होंने 30 साल तक अपने कार्यालय पर देश का झंडा नहीं फहराया? अफजल और मसूद अजहर को प्लेन में बैठाकर अफगानिस्तान तक छोड़ा।
शहीद करकरे पर दिए बयान को लेकर थाने पहुंचे वित्त मंत्री: शहीद हेमंत करकरे पर दिए साध्वी प्रज्ञा के बयान को लेकर मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री तरुण भनोत जबलपुर में गोरखपुर थाने पहुंचे। उन्होंने साध्वी पर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करने की मांग की। भनोत ने कहा कि साध्वी प्रज्ञा के बयान से उन्हें दुख हुआ है। एएसपी (शहर) संजीव उईके ने उनसे कहा कि वह आवेदन दे दें। आवेदन के बारे में भोपाल के वरिष्ठ अधिकारियों से बातचीत हो गई है। वहां उस पर कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद भनोत ने आवेदन दिया।
भनोत ने कहा कि मैं साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ एफआइआर दर्ज कराने पहंुचा था। जिस शहीद ने अपनी छाती पर गोलियां खाई, जिसकी पत्नी ने मृत्यु के पहले अपना लिवर, किडनी दान कर दिया। उन शहीद हेमंत करकरे के खिलाफ इस तरह की अपमानजनक टिप्पणी से मैं आहत हूं। मैं यहां धरने पर नहीं बैठा, गर्मी के कारण फर्श पर बैठ गया था।